हासिल(2003)


फिल्म - हासिल 
गाना - आँखें भी होती हैं 
संगीतकार - जतिन-ललित 
गायक - शान 

आँखें भी होती हैं दिल की ज़ुबाँ
बिन बोले कर देती हैं हालत ये पल में बयाँ

ख़ामोशी भी तो प्यार में रखती बहुत ही असर है
कब इश्क़ हो जाए यहाँ दिल को कहाँ ये ख़बर है
दो दिल के ये सिलसिले छुप सके हैं कहाँ
आँखें भी होती हैं दिल की ज़ुबाँ

नींद आए ना जब आँखों में बढ़ने लगे बेक़रारी
शबनम को भी छूने से जब महसूस हो चिंगारी
तो ऐसा क्यूँ लगता है एक हैं ज़मीं-आसमाँ
आँखें भी होती हैं दिल की ज़ुबाँ
बिन बोले कर देती हैं हालत ये पल में बयाँ


गाना - इश्क़ की बदली चलती है
गायक - शान, श्वेता, श्रधा पंडित 

इश्क़ की बदली चलती है सहरा में लहर सी उठती है
रात के बुझते तारों की आँखों में सहर सी दिखती है

आँखों में तुम्हारी दो जहाँनों का नशा
तुम जो नहीं तो क्या है जीने का मज़ा
बाँहों में ना तुम हो ना, आहों में ना तुम हो तो जीना बेवजह
आओ पास आओ, यूँ ना शरमाओ ऐ मेरे हमनवा...
आँखों में तुम्हारी दो जहाँनों का नशा
तुम जो नहीं तो क्या है जीने का मज़ा...

जब से तुम्हें देखा मैने हैं सपने जवाँ-जवाँ
तुम जो नहीं कुछ ना कहीं है तुमसे ही ये जहाँ
पास मेरे आ जा साँसों में समा जा तू ख़ुश्बू की तरह
दिल में हमारे ख़ुदा की हो ना हो तुम्हारी है जगह

तुझे चाँद का है अरमान सही हासिल करना आसान नहीं
लाखों तारे पहरा ना दें है ऐसी कोई रात नहीं

पहली नज़र में ही सनम ये दिल तुमने ले लिया
देखा मुझे भूले से ही ये एहसान कर दिया
चाँद पे है माना सितारों का पहरा मगर हम छू लेंगे
रूठे ये जहाँ भी रूठे आसमाँ भी ना तुमको छोड़ेंगे
आँखों में तुम्हारी दो जहाँनों का नशा
तुम जो नहीं तो क्या है जीने का मज़ा
आँखों में तुम्हारी दो जहाँनों का नशा
तुम जो नहीं तो क्या है जीने का मज़ा
बाँहों में ना तुम हो ना, आहों में ना तुम हो तो जीना बेवजह
आओ पास आओ, यूँ ना शरमाओ ऐ मेरे हमनवा...


गाना - किसी ने मेरा नाम लिखा 
गायक - शान 

किसी ने मेरा नाम लिखा नाम मेरे पैग़ाम लिखा
प्यार लिखा इनकार लिखा ये दिल गया वो गया
जाने मुझे क्या हो गया दीवाना दिल ये खो गया
जाने मुझे क्या हो गया

दिल तेरा क्यूँ रूठा है, चैन किसने लूटा है
हमको भी तो बता..
कौन है वो क्या करती है, तुझको कैसी लगती है
हमको भी तो बता...

हाँ उसका चेहरा देखने को चाँद दिन में जागता है
उसकी ऐसी अदा...
जाने मुझे क्या हो गया दीवाना दिल ये खो गया
जाने मुझे क्या हो गया..

अब ये दिल जुड़ने को है,  राज़ भी खुलने को है
आएगा अब मज़ा..
उसने तुझको यार कहा, या सॉरी स्वीटहार्ट कहा
अब चलेगा पता...

उसने मुझको यार कहा है एक नहीं सौ बार कहा है
वो भी रातों को जगती है उसने दिन को शाम कहा है
वो करेगी वफ़ा...

हाँ मुझे प्यार हो गया दीवाना दिल ये खो गया
हाँ मुझे प्यार हो गया...

किसी ने मेरा नाम लिखा नाम मेरे पैग़ाम लिखा
प्यार लिखा इनकार लिखा ये दिल गया वो गया
हाँ मुझे प्यार हो गया...


गाना  - ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई
गायक - उदित नारायण, सोनाली बाजपाई 

ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई
एक शमा की जिसे आरज़ू थी उसे चाँदनी ही मिल गई
ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई

चाहा था साथी सनम तुम जैसा तुम्हारी क़सम
ख़िज़ा छटते-छटते बहार आ गई
मुझे मेरी मंज़िल नज़र आ गई
दिल के तारों को जो छेड़ दे प्यार से रागिनी वो मिल गई
ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई
ख़ाब में जिसको मैं सोचती थी कभी आशिक़ी वो मिल गई
ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई...

साँसों में तूफ़ान है तू भी अभी अनजान है
जो ख़्वाहिश है उनसे भी ज़्यादा करें
जहाँ को भुलाने का वादा करें
हमने सोचा जहाँ आशियाँ हो वहाँ इक नदी भी मिल गई
पा के तुमको मुझे हर ख़ुशी मिल गई
रात तारों भरी और मुझे शाम भी
सुरमई सी मिल गई...

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