दम लगा के हईशा(2015)

फिल्म - दम लगा के हईशा
गाना - ये मोह मोह के धागे
संगीतकार - अनु मालिक
गीतकार - वरुण ग्रोवर
गायक - मोनाली ठाकुर


मोह मोह के धागे ...

ये मोह मोह के धागे
तेरी उँगलियों से जा उलझे
कोई टोह टोह ना लागे
किस तरह गिरह ये सुलझे
है रोम रोम इकतारा 
जो बादलों में से गुज़रे

ये मोह मोह के धागे..

तू होगा ज़रा पागल, तूने मुझको है चुना
कैसे तूने अनकहा, तूने अनकहा सब सुना
तू होगा ज़रा पागल, तूने मुझको है चुना 
तू दिन सा है, मैं रात
आना दोनों मिल जाएँ शामों की तरह..

ये मोह मोह के धागे..
की ऐसा बेपरवाह मन पहले तो न था
चिट्ठियों को जैसे मिल गया 
जैसे इक नया सा पता
की ऐसा बेपरवाह मन पहले तो न था
खाली राहें, हम आँख मूंदे जाएँ
पहुंचे कहीं तो बेवजह...

ये मोह मोह के धागे
तेरी उँगलियों से जा उलझे
कोई टोह टोह ना लागे
किस तरह गिरह ये सुलझे....




गाना - तू..
गायक - कुमार सानु


तू..
मेरे सारे इम्तहानों का जवाब तू
मेरी सारी दास्तानों का हिसाब तू
मेरे सारे इम्तहानों को जवाब तू...

सारी हदों को तोड़ के जब आती है तेरी याद
नींद के कतरे काट काट के जागूं सारी रात..
तू...
मेरे सारे इम्तहानों को जवाब तू
मेरी सारी दास्तानों का हिसाब तू

तू सुबह तू सबा, मर्ज तू, तू दवा
तू कातिल है, तू ही गवाह 
तू कदम, तू सफ़र 
तू सफ़र की रहगुज़र 
तू रास्ते का मीठा कुआं 
जान-ए-तमन्ना मेरी तिश्नगी तू...
मेरी तिश्नगी तू...

तू..
मेरे सारे इम्तिहानों का जवाब तू...
मेरी सारी दास्तानों का हिसाब तू..




गाना - दर्द करारा
गायक - कुमार सानु 

ख़ुदा से ज़्यादा तुम पे ऐतबार करते हैं
गुनाह है जान के भी बार बार करते हैं
बार बार करते हैं..

तू मेरी है प्रेम की भाषा
लिखता हूँ तुझे रोज़ ज़रा सा
तू मेरी है प्रेम की भाषा
लिखता हूँ तुझे रोज़ ज़रा सा..
कोरे कोरे कागज़ जिन पे बेकस
कोरे कोरे कागज़ जिनपे बेकस
लिखता हूँ ये खुलासा...

तुमसे मिले दिल में उठा दर्द करारा
जीने लगा वोही जिसे इश्क़ ने मारा..
तुमसे मिले दिल में उठा दर्द करारा
जीने लगा वोही जिसे इश्क़ ने मारा...

तू मेरी है प्रेम की भाषा
लिखती हूँ तुझे रोज़ ज़रा सा
तू मेरी है प्रेम की भाषा
लिखती हूँ तुझे रोज़ ज़रा सा
कोरे कोरे कागज़ जिनपे बेकस
कोरे कोरे कागज़ जिनपे बेकस
लिखती हूँ ये खुलासा

तुमसे मिले दिल में उठा दर्द करारा
जीने लगा वोही जिसे इश्क़ ने मारा
तुमसे मिले दिल में उठा दर्द करारा
जीने लगा वोही जिसे इश्क़ ने मारा

अभी अभी धुप थी यहां पे लो
अब बरसातों की धारा..
जेबें हैं खाली, प्यार के सिक्कों से
आओ कर लें गुज़ारा...

कभी कभी आईने से पुछा है
किसने रूप संवारा ?
कभी लगूं मोहिनी कभी लगूं चाँदनी
कभी चमकीला सितारा
कितना संभल ले, बचकर चल लें
दिल तो ढीठ आवारा

तुमसे मिले दिल में उठा दर्द करारा
जीने लगा वोही जिसे इश्क़ ने मारा
तुमसे मिले दिल में उठा दर्द करारा
जीने लगा वोही जिसे इश्क़ ने मारा





गाना - सुन्दर सुशिल 
गायक - मालिनी अवस्थी, राहुल राम


सुन्दर सुशिल थोड़ी स्पेशल ढूँढेंगे 
नॉट टेम्पररी, अरे नॉट टेम्पररी 
परमानेंट ढूँढेंगे 

सोबर स्वीट हाई इन्कम ढूँढेंगे 
नॉट टेम्पररी, परमानेंट ढूँढेंगे 

आँखें बड़ी सोनपरी 
हाथ में हो जादू छड़ी 
सोलह आने मन की खरी खोजेंगे हम 

बाइक भी हो कार भी हो 
अच्छे संस्कार भी हो 
पूरा वफादार भी हो, सोचेंगे तब 

शिमला कुल्लू मनाली जो संग संग जाए 
शाम को घर आते आते सब्जी भी लाये 
ऐसा ही..ऐसा ही..ऐसा ही..
ऐसा डिफरेंट ढूँढेंगे..

ग्रेजुएट शालीन थोड़ा चंचल ढूँढेंगे 
दिखने में न हो जो अंकल ढूँढेंगे 

गृहकार्य में ज़रा दक्ष ढूँढेंगे 
आर्डिनरी नहीं, आर्डिनरी नहीं 
डीलक्स ढूँढेंगे...

मोतियों से दांत भी हो
फ्रेंड वाली बात भी हो 
कान्वेंट से पढ़ के आई वो खोजेंगे 

सूट में जो अच्छे लगे 
शेव करे बच्चा लगे 
आम थोड़ा कच्चा लगे, वही लेंगे 

गीत गाकर रातों में जो सुलाए 
सरकारी नौकरी के सुख दिलाये 
ऐसा ही..ऐसा ही..
ऐसा ही सौ परसेंट ढूँढेंगे 

मॉडर्न ट्रेडिशनल का मिक्स ढूँढेंगे 
फ्यूज करना आता हो फिक्स ढूँढेंगे 

संस्कारी स्लिम मिल्की वाइट ढूँढेंगे 
आगे पीछे सब तरफ से राईट ढूँढेंगे 

सोबर स्वीट हाई इन्कम ढूँढेंगे 
नॉट टेम्पररी परमानेंट ढूँढेंगे 

हसमुख नमकीन वाला मक्खन ढूँढेंगे
नेचर से न हो जो ढक्कन ढूँढेंगे

डिटेकटिव ब्योमकेश बक्षी(2015)

फिल्म - डिटेकटिव ब्योमकेश बक्षी 
गाना - कैलकता किस 
संगीतकार - मैडबॉय/मिंक 
गीतकार - मैडबॉय/मिंक
गायक - इमाद शाह, सब्ज़ा आजाद 

Do you know what time it is
Don’t know what time it is
Don’t care what time it is
Coz it’s Time for Cal..Calcutta Kiss

वो साला बोला ये ले चरस का तोला
छोड़ दे कुरता झोला 
भाई लगता है तू भोला 
आखिरी रात टेढ़ी बात
खाली बोतल तेरे हाथ

Feeling so blue
Feeling so blue and Yellow
Feeling so blue
Coz I lost my Time Teller

Do you know what time it is
Don’t know what time it is
Don’t care what time it is
Coz it’s Time for Cal..Calcutta Kiss

मेसन साब कहाँ थे आप
फ़िज़ूल गएँ थे चार मीनार
उल्टा चश्मा अंगूठे चार
क्यूँ चलाई विलायती कार
रीता थी बड़ी मक्कार
टीना थी चाक़ू की धार
लुट गए पिट गए छोड़ो यार

Feeling so blue
Feeling so blue and Yellow
Feeling so blue
Coz I lost my Time Teller

Do you know what time it is
Don’t know what time it is
Don’t care what time it is
Coz it’s Time for Cal..Calcutta Kiss






रॉय(2015)

फिल्म - रॉय 
गाना - तू है कि नहीं 
संगीतकार - अंकित तिवारी 
गीतकार - अंकित तिवारी 
गायक - अंकित तिवारी


मुझसे ही आज मुझको मिला दे
देखूँ आदतों में तू है की नहीं
हर साँस से पूछ के बता दे
इनके फासलों में तू है की नहीं

मैं आस-पास तेरे और मेरे पास..
तू है की नहीं..तू है की नहीं..

दौड़ते है ख्वाब जिनपे रास्ता वो तू लगे
नींद से जो आँख का है वास्ता वो तू लगे
तू बदलता वक़्त कोई खुशनुमा सा पल मेरा
तू वो लम्हा जो ना ठहरे आने वाला कल मेरा

मैं आस-पास तेरे और मेरे पास..
तू है की नहीं, तू है की नहीं

इन लबों पे जो हंसी है इनकी तू ही है वजह
बिन तेरे मैं कुछ नहीं हूँ मेरा होना बेवजह
धुप तेरी ना पड़े तो धुंधला सा मैं लगूँ
आके साँसे दे मुझे तू ताकि ज़िंदा मैं रहूँ

मैं आस-पास तेरे और मेरे पास…
तू है की नहीं, तू है की नहीं





गाना - सूरज डूबा है यारों 
गायक - अदिति सिंह, अरिजीत सिंह 
गीतकार - कुमार
संगीतकार - अमाल मालिक 

मतलबी हो जा ज़रा मतलबी
दुनिया की सुनता है क्यों
खुद की भी सुन ले कभी
मतलबी, हो जा ज़रा मतलबी...
दुनिया की सुनता है क्यों
खुद की भी सुन ले कभी...

कुछ बात ग़लत भी हो जाए
कुछ देर ये दिल भी खो जाए
बेफिक्र धड़कने, इस तरह से चले
शोर गूंजे यहां से वहाँ
सूरज डूबा है यारों, दो घूँट नशे के मारो
रास्ते भुला दो सारे घरबार के

सूरज डूबा है यारों, दो घूँट नशे के मारो
ग़म तुम भुला दो सारे संसार के

आस्क मी फॉर एनीथिंग
आई कैन गिव यू एवरीथिंग
रास्ते भुला दो सारे घरबार के
आस्क मी फॉर एनीथिंग
आई कैन गिव यू एवरीथिंग
ग़म तुम भुला दो सारे संसार के

अता पता रहे ना किसी का हमें
यही कहे ये पल ज़िन्दगी का हमें
की खुदगर्ज़ सी ख्वाहिश लिए
बे-सांस भी हम-तुम जिए
है गुलाबी गुलाबी समा..
सूरज डूबा है यारों
दो घूँट नशे के मारो
रास्ते भुला दो सारे घरबार के

मतलबी, हो जा ज़रा मतलबी
दुनिया की सुनता है क्यों..
खुद की भी सुन ले कभी...


चले नहीं उड़े आसमान पे अभी
पता ना हो है जाना कहाँ पे अभी
की बे-मंज़िलें हो सब रास्ते
दुनिया से हो ज़रा फासले
कुछ खुद से भी हो दूरिया
सूरज डूबा है यारों
दो घूँट नशे के मारो
रास्ते भुला दो सारे घरबार के
सूरज डूबा है यारों
दो घूँट नशे के मारो
मतलबी, हो जा ज़रा मतलबी




गाना - यारा रे 
संगीतकार - अंकित तिवारी 
गीतकार - संदीप नाथ
गायक - के.के 


अजनबी कहे कि अपना कहे 
अब क्या कहें क्या ना कहें 

इशारे भी चुप हैं 
जुबां खामोश हैं 
सदा गुमसुम सी है 
तनहा आगोश है 

यारा रे...यारा रे..
क्यों फासलों में भी तू यारा रे...

तू छूट कर क्यों छूटा नहीं
कुछ तो जुड़ा है अभी 
मैं टूट कर क्यों टूटा नहीं 
जीने में है तू कहीं 

इशारे भी चुप हैं 
जुबां खामोश हैं 
सदा गुमसुम सी है 
तनहा आगोश है 

यारा रे...यारा रे..
क्यों फासलों में भी तू यारा रे...

है हर घड़ी वो तिश्नगी 
जो एक पल भी न बुझी 
है ज़िन्दगी चलती हुई 
पर ये ज़िन्दगी ही नहीं 

इशारे भी चुप हैं 
जुबां खामोश हैं 
सदा गुमसुम सी है 
तनहा आगोश है 

यारा रे...यारा रे..
क्यों फासलों में भी तू यारा रे...




गाना - बूँद बूँद कर के मुझ में 
संगीतकार - अंकित तिवारी 
गीतकार - अभेन्द्र कुमार उपाध्याय 
गायक - अंकित तिवारी 


बूँद बूँद कर के मुझ में गिरना तेरा 
और मुझमें मुझसे ज्यादा होना तेरा

भीगा भीगा सा मुझको तन तेरा लगे 
आजा तुझको पीलुं मन मेरा कहे 

मैं न बचा मुझमें थोड़ा सा भी 
देख तू न बचा तुझमें भी 
जलने लगा गर्म साँसों में मैं 
तू पिघलने लगा मुझमें ही 

कतरा कतरा मैं जलूं 
शर्म से तेरे मिलूँ
जिस्म तेरा मोम का पिघला दूँ 
करवटें भी तंग हो 
रात भर तू संग हो 
तेरे हर एक अंग को सुलगा दूँ 

भीगा भीगा सा मुझको तन तेरा लगे 
आजा तुझको पीलुं मन मेरा कहे 

मैं न बचा मुझमें थोड़ा सा भी 
देख तू न बचा तुझमें भी 
जलने लगा गर्म साँसों में मैं 
तू पिघलने लगा मुझमें ही 

होने डे कुछ गलतियां 
रेंगती ये उंगलियाँ 
जिस्म के तू दरमियान ठहरा दे
लम्हा कोई गर्म तू या उबलती बर्फ तू 
मुझपे होजा खर्च तू यूँ आके भीगा भीगा सा मुझको तन तेरा लगे 
आजा तुझको पीलुं मन मेरा कहे 

मैं न बचा मुझमें थोड़ा सा भी 
देख तू न बचा तुझमें भी 
जलने लगा गर्म साँसों में मैं 
तू पिघलने लगा मुझमें ही 


शमिताभ(2015)

फिल्म : शमिताभ
गाना - पिडली सी बातें
संगीतकार - इल्ल्याराजा
गीतकार - स्वानंद किरकिरे
गायक - अमिताभ बच्चन

पिड्ली सी बातें, क्यों करती हो शरमा के
पिड्ली सी बातें...
पिड्ली ये रातें, मैं सच करूँ आते जाते
पिड्ली ये रातें...

पगला हूँ यार, पगला है प्यार
ऐसे ही चलता है ये कारोबार...
प्यार के साए में सब पिड्ली है यार

पिड्ली सी बातें, क्यों करती हो शर्मा के
पिड्ली सी बातें...

खिली खिली सूरत तेरी,
उसके आगे सब है पिड्ली पिड्ली..
मिली मिली, ऐसी ख़ुशी..
इसके आगे सब हैं पिड्ली पिड्ली..

लपटे लिफ़ाफ़े में जो लिखी हैं मर्ज़ियाँ
चुपके से सुन ने में ही है मज़ा..
लफ़्ज़ों के कब्जों में जो छुपी है चाहतें
आँखों से पढ़ने में ही है नशा..

नशे के साए में सब पिड्ली हैं यहाँ
पिड्ली सी बातें, क्यों करती हो शर्मा के
पिड्ली सी बातें,
पिड्ली ये रातें, मैं सच करूँ आते जाते
पिड्ली ये रातें, वादे, मुरादे...





गाना - स्टीरियोफोनिक सन्नाटा
गायक - श्रुति हसन 


स्टीरियोफोनिक सन्नाटा, डॉल्बी डिजिटल सन्नाटा
स्टीरियोफोनिक सन्नाटा, डॉल्बी डिजिटल सन्नाटा
लिसेन टू द साउंड ऑफ़ सन्नाटा 
सुन सुन सन्नाटा...
कम ऑन, लेट्स डू द सन्नाटा
सुन सुन सन्नाटा....
कम ऑन, लेट्स डू द सन्नाटा


स्टीरियोफोनिक सन्नाटा, डॉल्बी डिजिटल सन्नाटा

व्हाई गुलज़ार, व्हाई  जावेद
व्हाई किरकिरे…, व्हाई जोशी
व्हाई इरशाद, व्हाई अमिताभ
व्हाई..व्हाई... सोनी

मुहं खोले बिना, मुखड़े में है क्या
कुछ बोले बिना, बोलों में है क्या
डाउनलोड रिंगटोन, एफएम, सीडी
वायरल  जायेगा, सन्नाटा
रेवेनुए, रोयल्टी, कॉपीराईट
नॉट बी द बिग वन आर इन सन्नाटा
स्टीरियोफोनिक सन्नाटा, डॉल्बी डिजिटल सन्नाटा

व्हाई सोनू, व्हाई सुनिधि
व्हाई व्हाई श्रेया , व्हाई श्रुति
नीड नो शान, नो शिल्पा
नीड नो यो यो हनी सिंह

चुप नायक है, तो गायक क्या
स्पीकर  बंद है, तो सिंगर  क्या
प्लेबैक आइटम, सूफ़ी, डुएट
टॉप द  बाजार इज सन्नाटा
पॉप पॉप जाज जाज ब्लूज सीडी रीमिक्स
द मदर ऑफ़ देम इस सन्नाटा

स्टीरियोफोनिक सन्नाटा, डॉल्बी डिजिटल सन्नाटा
स्टीरियोफोनिक सन्नाटा, डॉल्बी डिजिटल सन्नाटा
लिसेन टू द साउंड ऑफ़ सन्नाटा 
सुन सुन सन्नाटा...
कम ऑन, लेट्स डू द सन्नाटा
सुन सुन सन्नाटा....
कम ऑन, लेट्स डू द सन्नाटा


स्टीरियोफोनिक सन्नाटा, डॉल्बी डिजिटल सन्नाटा


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गाना - इश्क़ ए फिल्लम
गायक - सूरज जगन 

इश्क़ ए फिल्लम, जुनून ए फिल्लम
है दर्द-ए फिल्लम, दवा है फिल्लम
दुआ है फिल्लम...
जुम्मा जुम्मा जहाज़ फिल्लम
हंसी ख़ुशी का है राज़ फिल्लम
है नाज़ ए फिल्लम

ज़िन्दगी का है मौत फिल्लम
हम सभी औलाद फिल्लम
जान फिल्लम....
रूह फिल्लम...

सलाम इ फिल्लम..
सलाम इ फिल्लम..

चाल फिल्लम है ढाल फिल्लम
है फुल्ली फिल्लम है ये अदा
बाल फिल्लम है हाल फिल्लम
है फुल्ली फिल्लम है ये फ़िज़ा..
आँख फिल्लम है नाक फिल्लम
है फुल्ली फिल्लम है सांस भी...
शकल फिल्लम है अकल फिल्लम है..
फुल्ली फिल्लम है अक्स भी,
नस में फिल्लम, रग में फिल्लम
खून है फिल्लम...
ज़ख्म फिल्लम और मरहम
ओनली फिल्लम
जीना कैसे जीना, फिल्लम बिना बिना
शुक्र खुद का फिल्लम है ना, है ना..

सलाम इ फिल्लम
सलाम इ फिल्लम..

इश्क़ ए फिल्लम, जुनून ए फिल्लम..

प्यार फिल्लम है मार फिल्लम है
फुल्ली फिल्लम की है हवा
यार फिल्लम है, वार फिल्लम है
फुल्ली फिल्लम का है नशा
स्कूल फिल्लम है, क्लास फिल्लम है
फुल्ली फिल्लम है ज्ञान भी...
खेल फिल्लम है, बॉल फिल्लम है
फुल्ली फिल्लम मैदान भी
क्यों है फिल्लम, ब्लू है फिल्लम
ए है फिल्लम हो हो भूख है फिल्लम
प्यास है फिल्लम, ओनली फिल्लम
जीना नहीं जीना, फिल्लम बिना बिना
ख़ुदा का भी कहना फिल्लम है ना, है ना

सलाम ए फिल्लम
सलाम इ फिल्लम..

इश्क़ ए फिल्लम, जुनून ए फिल्लम...

बेबी(2015)

फिल्म - बेबी(2015) 
गाना - मैं तुझसे प्यार नहीं करता 
संगीतकार - एम.एम.क्रीम 
गीतकार - मनोज मुन्तशिर 


मैं तुझसे प्यार नहीं करता 
मैं तुझसे प्यार नहीं करता
पर कोई ऐसी शाम नहीं
जब मैं अपनी तन्हाई में 
तेरा इंतजार नहीं करता 

मैं तुझसे प्यार नहीं करता 
दिल से ये कहता रहता हूँ 
पर तेरी साँसों में छुप के 
मैं साँस लेता रहता हूँ...
इससे इनकार नहीं करता..
मैं तुझसे प्यार नहीं करता...

मुझे कुछ भी याद नहीं रहता
कब दिन डूबा कब  रात हुई
अभी कल की ही बात है 
पहरों तक मेरी दीवारों से बात हुई..
जो होश ज़रा खोने वाला हूँ 
अफवाह उड़ी है यारों में 
मैं पागल होने वाला हूँ 
मैं तुझसे प्यार नहीं करता 

मैं तुझसे प्यार नहीं करता 
मैं तुझसे प्यार नहीं करता 
पर ऐसा कोई दिन है क्या?
जब याद तुझे तेरी बातों को 
सौ सौ बार नहीं करता 
सौ सौ बार नहीं करता 


गाना - मैं तुझसे प्यार नहीं करती(F)
गायक - रम्या बेहरा


मैं तुझसे प्यार नही करती..
मैं तुझसे प्यार नही करती 
पर कोई ऐसी शाम नही 
जब मैंने अपनी तनहाई मे 
तेरा इंतजार नही करती 
मैं तुझसे प्यार नही करती 

मैं तुझसे प्यार नही करती 
पर शहर मे जिस दिन तू ना हो 
ये शहर पराया लगता है 
हर फूल लगे बेगाना सा...
हर शज़र पराया लगता है 
मैं तुझसे प्यार नही करती 

वो अलमारी कपड़ोवाली 
लावारिस हो जाती है 
ये पहनूँ या वो पहनूँ 
ये उलझन भी खो जाती है 
मुझे ये भी याद नही आता 
रंग कौन से मुझको प्यारे है 
मेरे शौक पसंद मेरे 
बिन तेरे सब बंजारे है 

मैं तुझसे प्यार नही करती 
मैं तुझसे प्यार नही करती 
पर ऐसा कोई दिन है क्या, 
जब याद तुझे तेरी बातों को 
सौ सौ बार नही करती 
सौ सौ बार नही करती




गाना : बेपरवाह 
संगीतकार : मीत-ब्रोस 
गायक : अपेक्षा दांडेकर 

थरथराते हैं लम्हें, वक़्त रुख बदलता है
दूर साहिल पर कहीं दिन ये ढलता है

कतरा कतरा सन्नाटा मोम सा पिघलता है
खेलने वाला कोई नहीं खेल फिर भी चलता है
सौ चेहरे आयें जाएँ
यादों में वहीँ रह जाएँ...

बेपरवाह..बेपरवाह हो जाएँ...
बेपरवाह..बेपरवाह हो जाएँ...

आँखों पे भरोसा न कर
धोखा है हर एक मंजर
मिलते हैं जो गले खुलके
वही वार करें छुप कर

शोर में है सरगोसी
होश में है बेहोशी
होंट सब के सिल जायेंगे
बोलेंगी जब ख़ामोशी
सौ चेहरे आयें जाएँ
यादों में वहीँ रह जाएँ...

बेपरवाह..बेपरवाह हो जाएँ...
बेपरवाह..बेपरवाह हो जाएँ...

कुछ हल्का कुछ गहरा
राज़ है लब पे ठहरा
जाल के अन्दर जाल है
चेहरे पे है चेहरा

हंसती आँखों वाले सभी
मीठी बातों वाले
होंटों से ना छूना कभी
ये ज़हर के प्याले
सौ चेहरे आयें जाएँ
यादों में वहीँ रह जाएँ

बेपरवाह..बेपरवाह हो जाएँ...
बेपरवाह..बेपरवाह हो जाएँ...

खामोशियाँ(2014)


फिल्म : खामोशियाँ
गाना : खामोशियाँ 

संगीतकार : जीत गाँगुली
गीतकार : रश्मि सिंह 
गायक : अर्जित सिंह 

खामोशियाँ आवाज़ है
तुम सुन ने तो आओ कभी
छू कर तुम्हे खिल जाएंगी,
घर इनको बुलाओ कभी...
बेकरार है बात करने को
कहने दो इनको ज़रा...
खामोशियाँ, तेरी मेरी खामोशियाँ...
खामोशियाँ, लिपटी हुई खामोशियाँ..

क्या उस गली में कभी तेरा जाना हुआ
जहाँ से ज़माने को गुज़रे ज़माना हुआ
मेरा समय तो वहीँ पे है ठहरा हुआ
बताऊँ तुम्हें क्या मेरे साथ क्या क्या हुआ..

खामोशियाँ एक साज़ है, तुम धुन कोई लाओ ज़रा
खामोशियाँ अलफ़ाज़ हैं, कभी आ गुनगुना ले ज़रा
बेकरार है बात करने को, कहने दो इनको ज़रा..
खामोशियाँ, तेरी मेरी खामोशियाँ
खामोशियाँ,  लिपटी हुई खामोशियाँ..

नदिया का पानी भी खामोश बहता यहाँ..
खिली चांदनी में छिपी लाख खामोशियाँ
बारिश की बूंदों की होती कहाँ है जुबां
सुलगते दिलों में है खामोश उठता धुंआ

खामोशियाँ आकाश है, तुम उड़ने तो आओ ज़रा
खामोशियाँ एहसास है, तुम्हे महसूस होती है क्या
बेकरार है बात करने को, कहने दो इनको ज़रा..
खामोशियाँ, तेरी मेरी खामोशियाँ..
खामोशियाँ, लिपटी हुई खामोशियाँ..
खामोशियाँ,  तेरी मेरी खामोशियाँ...


गाना ; तू हर लम्हा 
गीतकार ; सईद कादरी 
गायक : अर्जित सिंह 

वाक़िफ़ तो हुए तेरे दिल की बात से
छुपाया जिसे तूने क़ायनात से
वाक़िफ़ तो हुए तेरे उस ख़याल से
छुपाया जिसे तूने अपने आप से
कहीं ना कहीं तेरी आँखें, तेरी बातें पढ़ रहे है हम
कहीं ना कहीं तेरे दिल में, धड़कनो में ढल रहे हैं हम
तू हर लम्हा, था मुझसे जुड़ा...
चाहे दूर था मैं, या पास रहा...

उस दिन तू हाँ उदास रहे,
तुझे जिस दिन हम ना दिखे ना मिले
उस दिन तू चुप-चाप रहे....
तुझे जिस दिन कुछ ना कहे ना सुने
मैं हूँ बन चूका, जीने की इक वजह...
इस बात को खुद से तू ना छुपा
तू हर लम्हा, था मुझसे जुड़ा...
चाहे दूर था मैं, या पास रहा...

लैब से भले तू कुछ ना कहे
तेरे दिल में हम ही तो बेस या रहे
सांसें तेरी इक़रार करे
तेरा हाथ अगर छूलें, पकड़े
तेरी ख्वाहिशें कर भी दे तू बयान
एहि वक़्त है इनके इज़हार का...
तू हर लम्हा, था मुझसे जुड़ा...
चाहे दूर था मैं, या पास रहा...



गाना : बातें ये कभी न तू भूलना 
गायक : अर्जित सिंह  


बातें ये कभी ना तू भूलना
कोई तेरे खातिर है जी रहा
जाए तू कही, भी ये सोचना
कोई तेरे खातिर है जी रहा
तू जहा जाए महफूज़ हो
तू जहा जाए महफूज़ हो
दिल मेरा माँगे बस ये दुआ...

बातें ये कभी ना तू भूलना
कोई तेरे खातिर है जी रहा
जाए तू कहीं, भी ये सोचना
कोई तेरे खातिर है जी रहा...

हमदर्द है, हमदम भी है
तू साथ है तो ज़िन्दगी
तू जो कभी दूर रहे...
ये हमसे हो जाए अजनबी
तुझसे मोहब्बत करते है जो
तुझसे मोहब्बत करते है जो
कैसे करे हम उसको बयाँ..

बातें ये कभी ना तू भूलना
कोई तेरे खातिर है जी रहा...
जाए तू कहीं, भी ये सोचना
कोई तेरे खातिर है जी रहा...

जाएगी भी है रोई भी है
आँखें ये रातों में मेरे
क्यों हर घड़ी मिलके तुझे
लगती रहे बस तेरी कमी
हम तो ना समझे तुम ही कहो
क्यों तुमको पाकर तुमसे जुड़ा

बातें ये कभी ना तू भूलना
कोई तेरे खातिर है जी रहा
जाए तू कहीं, भी ये सोचना
कोई तेरे खातिर है जी रहा..

हासिल(2003)


फिल्म - हासिल 
गाना - आँखें भी होती हैं 
संगीतकार - जतिन-ललित 
गायक - शान 

आँखें भी होती हैं दिल की ज़ुबाँ
बिन बोले कर देती हैं हालत ये पल में बयाँ

ख़ामोशी भी तो प्यार में रखती बहुत ही असर है
कब इश्क़ हो जाए यहाँ दिल को कहाँ ये ख़बर है
दो दिल के ये सिलसिले छुप सके हैं कहाँ
आँखें भी होती हैं दिल की ज़ुबाँ

नींद आए ना जब आँखों में बढ़ने लगे बेक़रारी
शबनम को भी छूने से जब महसूस हो चिंगारी
तो ऐसा क्यूँ लगता है एक हैं ज़मीं-आसमाँ
आँखें भी होती हैं दिल की ज़ुबाँ
बिन बोले कर देती हैं हालत ये पल में बयाँ


गाना - इश्क़ की बदली चलती है
गायक - शान, श्वेता, श्रधा पंडित 

इश्क़ की बदली चलती है सहरा में लहर सी उठती है
रात के बुझते तारों की आँखों में सहर सी दिखती है

आँखों में तुम्हारी दो जहाँनों का नशा
तुम जो नहीं तो क्या है जीने का मज़ा
बाँहों में ना तुम हो ना, आहों में ना तुम हो तो जीना बेवजह
आओ पास आओ, यूँ ना शरमाओ ऐ मेरे हमनवा...
आँखों में तुम्हारी दो जहाँनों का नशा
तुम जो नहीं तो क्या है जीने का मज़ा...

जब से तुम्हें देखा मैने हैं सपने जवाँ-जवाँ
तुम जो नहीं कुछ ना कहीं है तुमसे ही ये जहाँ
पास मेरे आ जा साँसों में समा जा तू ख़ुश्बू की तरह
दिल में हमारे ख़ुदा की हो ना हो तुम्हारी है जगह

तुझे चाँद का है अरमान सही हासिल करना आसान नहीं
लाखों तारे पहरा ना दें है ऐसी कोई रात नहीं

पहली नज़र में ही सनम ये दिल तुमने ले लिया
देखा मुझे भूले से ही ये एहसान कर दिया
चाँद पे है माना सितारों का पहरा मगर हम छू लेंगे
रूठे ये जहाँ भी रूठे आसमाँ भी ना तुमको छोड़ेंगे
आँखों में तुम्हारी दो जहाँनों का नशा
तुम जो नहीं तो क्या है जीने का मज़ा
आँखों में तुम्हारी दो जहाँनों का नशा
तुम जो नहीं तो क्या है जीने का मज़ा
बाँहों में ना तुम हो ना, आहों में ना तुम हो तो जीना बेवजह
आओ पास आओ, यूँ ना शरमाओ ऐ मेरे हमनवा...


गाना - किसी ने मेरा नाम लिखा 
गायक - शान 

किसी ने मेरा नाम लिखा नाम मेरे पैग़ाम लिखा
प्यार लिखा इनकार लिखा ये दिल गया वो गया
जाने मुझे क्या हो गया दीवाना दिल ये खो गया
जाने मुझे क्या हो गया

दिल तेरा क्यूँ रूठा है, चैन किसने लूटा है
हमको भी तो बता..
कौन है वो क्या करती है, तुझको कैसी लगती है
हमको भी तो बता...

हाँ उसका चेहरा देखने को चाँद दिन में जागता है
उसकी ऐसी अदा...
जाने मुझे क्या हो गया दीवाना दिल ये खो गया
जाने मुझे क्या हो गया..

अब ये दिल जुड़ने को है,  राज़ भी खुलने को है
आएगा अब मज़ा..
उसने तुझको यार कहा, या सॉरी स्वीटहार्ट कहा
अब चलेगा पता...

उसने मुझको यार कहा है एक नहीं सौ बार कहा है
वो भी रातों को जगती है उसने दिन को शाम कहा है
वो करेगी वफ़ा...

हाँ मुझे प्यार हो गया दीवाना दिल ये खो गया
हाँ मुझे प्यार हो गया...

किसी ने मेरा नाम लिखा नाम मेरे पैग़ाम लिखा
प्यार लिखा इनकार लिखा ये दिल गया वो गया
हाँ मुझे प्यार हो गया...


गाना  - ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई
गायक - उदित नारायण, सोनाली बाजपाई 

ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई
एक शमा की जिसे आरज़ू थी उसे चाँदनी ही मिल गई
ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई

चाहा था साथी सनम तुम जैसा तुम्हारी क़सम
ख़िज़ा छटते-छटते बहार आ गई
मुझे मेरी मंज़िल नज़र आ गई
दिल के तारों को जो छेड़ दे प्यार से रागिनी वो मिल गई
ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई
ख़ाब में जिसको मैं सोचती थी कभी आशिक़ी वो मिल गई
ज़िन्दगी को नई ज़िन्दगी मिल गई...

साँसों में तूफ़ान है तू भी अभी अनजान है
जो ख़्वाहिश है उनसे भी ज़्यादा करें
जहाँ को भुलाने का वादा करें
हमने सोचा जहाँ आशियाँ हो वहाँ इक नदी भी मिल गई
पा के तुमको मुझे हर ख़ुशी मिल गई
रात तारों भरी और मुझे शाम भी
सुरमई सी मिल गई...

रिफ्यूजी (2000)

फिल्म - रिफ्यूजी (2000)
गाना - रात की हथेली पर 
संगीतकार - अनु मलिक
गीतकार - जावेद अख्तर
गायक - उदित नारायण

रात की हथेली पर, चाँद जगमगाता है
उसकी नर्म किरणों में, तुमको देखता हूँ तो
दिल धड़क सा जाता है..

तुम कहाँ से आई हो, किस नगर को जाओगी
सोचता हूँ मैं  हैरां..
चाँद जैसा ये चेहरा, रात जैसी ये जुल्फें
है जगाएं सौ अरमां...
एक नशा सा आँखों में, धीरे-धीरे छाता है
रात की हथेली पर, चाँद जगमगाता है

मेरी इस तन्हाई में, मेरे इस वीराने में
रंग लेके तुम आई..
फिर भी सोचता हूँ मैं, क्या यहाँ तुम सचमुच हो
या हो सिर्फ परछाई..
ख्व़ाब जैसा बनता है और टूट जाता है
रात की हथेली पर, चाँद जगमगाता है


गाना - ताल पे जब ये जिंदगानी चली 
गायक - अलका याग्निक, सोनू निगम 

ताल पे जब ये जिंदगानी चली
हम हैं दीवाने, ये कहानी चली

तेरी नज़र की धूप है जिसने मुझको रूप दिया
निखर गयी हूँ संवर गयी हूँ जबसे प्यार किया
सच तो ये है सनम, है ये तेरे करम
होश सारा गंवाके दीवानी चली
ताल पे जब ये जिंदगानी चली
हम हैं दीवाने, ये कहानी चली

सच कहता हूँ मैं जबसे थामा है ये आँचल
मेरी दुनिया में हर पल है जैसे कोई हलचल
सपने सजने लगे, साज़ बजने लगे
बदला मौसम हवा जो सुहानी चली
ताल पे जब ये जिंदगानी चली
हम हैं दीवाने, ये कहानी चली


गाना - पंछी नदियाँ पवन के झोंके 
गायक - अलका याग्निक, सोनू निगम

पंछी, नदियाँ, पवन के झोंके
कोई सरहद ना इन्हें रोके
सरहद इंसानों के लिए है
सोचो, तुमने और मैंने क्या पाया
इन्सां होके..

जो हम दोनों पंछी होते, तैरते हम इस नीले गगन में, पंख पसारे
सारी धरती अपनी होती, अपने होते, सारे नज़ारे
खुली फिजाओं में उड़ते
अपने दिलों में हम सारा प्यार समो के
पंछी, नदियाँ, पवन के झोंके
कोई सरहद ना इन्हें रोके

जो मैं होती नदिया और तुम पवन के झोंके, तो क्या होता
पवन के झोंके नदी के तन को जब छूते हैं
लहरें ही लहरें बनती हैं
हम दोनों जब मिलते तो कुछ ऐसा होता
सब कहते ये लहर-लहर जहाँ भी जाएं, इनको ना, कोई टोके
पंछी, नदियाँ, पवन के झोंके
कोई सरहद ना इन्हें रोके


गाना ० ऐसा लगता है 
गायक - अलका याग्निक, सोनू निगम

ऐसा लगता है, जो ना हुआ, होने को है
ऐसा लगता है, अब दिल मेरा खोने को है
वर्ना, दिल क्यों धड़कता, सांसें क्यों रूकती
नींदें मेरी क्यों उड़ जाती...
ऐसा लगता है, जो ना हुआ, होने को है

कोई चेहरा निगाहों पे छाने लगा
कोई अब रोज़ ख़्वाबों में आने लगा
आई रुत जो नयी, जागे अरमां कई
मौसम कोई ग़ज़ल जैसे गाने लगा
ऐसा लगता है, जैसे नशा होने को है..
ऐसा लगता है, होश मेरा खोने को है..

महकी, महकी फिजा ने ली अंगड़ाइयां
नीली, नीली है बादल की परछाइयां
ठंडी, ठंडी हवा लायी राग नया
गूंजी, गूंजी सी है जैसे शहनाइयां
ऐसा लगता है, कोई मेरा होने को है..
ऐसा लगता है, हर फासला खोने को है..


गाना - मेरे हमसफ़र, मेरे हमसफ़र
गायक - अलका याग्निक, सोनू निगम

मेरे हमसफ़र, मेरे हमसफ़र
मेरे पास आ, मेरे पास आ
हमें साथ चलना है उम्र भर
मेरे पास आ, मेरे पास आ

है सफ़र ये हमारा नया-नया, किसी पल अँधेरा जो हो गया
कहीं खो न जाएँ ये रहगुज़र,
मेरे हमसफ़र, मेरे हमसफ़र
मेरे पास आ, मेरे पास आ

ज़रा ठहर जा मेरे हमनवा
यहाँ अगले मोड़ पे होगा क्या
किसे है पता, किसे है खबर
मेरे हमसफ़र, मेरे हमसफ़र
मेरे पास आ, मेरे पास आ

जो घरों को छोड़ के हैं चले
उन्हें क्या डरायेंगे फासले
हमें जाना है दिल के नगर
मेरे हमसफ़र, मेरे हमसफ़र
मेरे पास आ, मेरे पास आ

एक दूजे के लिए(1981)

फिल्म - एक दूजे के लिए 
गाना - हम बने तुम बने एक दूजे के लिये 
संगीतकार - लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
गीतकार  - आनंद बक्षी
गायक - लता मंगेशकर, एस.पी.बालासुब्रमन्यम 


हम बने तुम बने एक दूजे के लिये
उसको क़सम लगे जो बिछड़ के इक पल भी जिये

एस. पी. बालासुब्रामण्यम:
I don't know what you say
I don't know what you say


तुम हो बुद्धू जान लो
You are handsome मान लो
सब बातों को छोड़ के आँखों को पहचान लो
आँखों ने आँखों से वादे यही किये
उसको क़सम लगे जो बिछड़ के इक पल भी जिये
I don't know what you say
I don't know what you say
But I want to dance and play
I want to paly the game of love
I want you in the name of love

you come here

Don't here up in the sky
Come with me I want to fly
Don't stop let the whole world know
Come fast..Come fast
Don't be slow...
Life is fire..Life is snow

इश्क़ पर ज़ोर नहीं ग़ालिब ने कहा है इसीलिये
उसको क़सम लगे जो बिछड़ के इक पल भी जिये
I don't know what you say
I don't know what you say
We are made for each other 
समझे!!!!


गाना - सोलह बरस की बाली उमर को सलाम
गायक - लता मंगेशकर 


कोशिश कर के देख ले दरिया सारे नदिया सारी
दिल की लगी नहीं बुझती, बुझती है हर चिंगरी

सोलह बरस की बाली उमर को सलाम
प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम   ...

दुनिया में सब से पहले जिसने ये दिल दिया
दुनिया के सबसे पहले दिलबर को सलाम
दिल से निकलने वाले रस्ते का शुक्रिया
दिल तक पहुँचने वाली डगर को सलाम
प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम   ...

जिस में जवान हो कर, बदनाम हम हुए
उस शहर, उस गली, उस घर को सलाम
जिसने हमें मिलाये, जिसने जुदा किया
उस वक़्त, उस घड़ी, उस पहर को सलाम
प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम   ...

मिलते रहे यहाँ हम, ये है यहाँ लिखा
उस लिखावट की जे-रो-जबर को सलाम
साहिल के रेत पे जो लहरा उठा ये दिल
सागर में उठने वाली हर लहर को सलाम
यूँ मस्त गहरी गहरी आँखों की झील में
जिसने हमें डुबोया उस भँवर को सलाम
घूँघट को छोड़ के जो, सर से सरक गयी
ऐसी निगोड़ी भाली चुनर को सलाम
उल्फ़त के दुश्मनों ने कोशिश हज़ार की
फिर भी नहीं झुकी जो, उस नज़र को सलाम

प्यार तेरी पहली नज़र को सलाम   ...


गाना - मेरे जीवन साथी प्यार किये जा
गायक - अनुराधा पौडवाल, एस.पी.बालासुब्रमणयम 


 मेरे जीवन साथी, प्यार किये जा
वाह! वाह!
हाँ हाँ ! मेरे जीवन साथी, प्यार किये जा
जवानी दीवानी 
खूबसुरत, ज़िद्दी पड़ोसन
सत्यम शिवम सुंदरम, सत्यम शिवम सुंदरम 
सत्यम शिवम सुंदरम 

अनु: झूठा कहीं का!
झूठ कहीं का? हाँ, हरे रामा हरे कृष्ना
धत! चार सौ बीस, आवारा!
दिल ही तो है
है!
आशिक़ हूँ बहारों का, तेरे मेरे सपने, तेरे घर के समने,
आमने सामने, शादी के बाद!
शादी के बाद? ओ बाप रे!
हां हां हां, हां!  हमारे तुम्हारे! 
क्या?
मुन्ना, गुड्डी, टिंकू, मिली, शिन शिनाकी बूबला बू,
खेल खेल में शोर! शोर, शोर ...
भूल गये?
जाॅनी मेरा नाम
अच्छा?
चोरी मेरा काम, जाॅनी मेरा नाम, ओ, चोरी मेरा काम
ओ!
राम और श्याम
धत, बंडलबाज़!
लड़की, मिलन, गीत गाता चल, प्यार का मौसम
बेशरम!
आहा हाहाहाहा! प्यार का मौसम
बेशरम ...
सत्यम शिवम सुंदरम, सत्यम शिवम सुंदरम 
सत्यम शिवम सुंदरम 
मेरे जीवन साथी, प्यार किये जा
जा जा!
जवानी दीवानी 
खूबसुरत, ज़िद्दी पड़ोसन, सत्यम शिवम सुंदरम 

इश्क़ इश्क़ इश्क़!
Naughty boy. 
हा हा! इश्क़ इश्क़ इश्क़
Bluff master. 
ये रास्ते हैं प्यार के, चलते चलते, मेरे हमसफ़र
अनु: आह!
हमसफ़र, दिल तेरा दीवाना, दीवाना मस्ताना,
छलिया, अंजाना
पगला कहीं का!
छलिया, अंजाना, आशिक़ बेगाना, लोफ़र, अनाड़ी 
बढ़ती का नाम दाढ़ि, चलति का नाम गाड़ी 
जब प्यार किसी से होता है, ये सनम
ओ हो!
जब याद किसी की आती है, जनेमन
सच?
बंदन, कंगन, चंदन, झूला, चंदन, कंगन, बंदन, झूला, बंदन
झूला, कंगन झूला, चंदन झूला, झूला झूला झूला झूला 
दिल दिया दर्द लिया, झनक झनक पायल बाजे,
छम छमा छम
गीत गाया पत्थरों ने, सरगम, सत्यम शिवम सुंदरम
सत्यम शिवम सुंदरम, सत्यम शिवम सुंदरम 
मेरे जीवन साथी, प्यार किये जा
अनु: चल चल!
जवानी दिवानी, खूबसुरत, ज़िद्दी, पड़ोसन
सत्यम शिवम सुंदरम, सत्यम शिवम सुंदरम 

Sing with me come on! 



गाना - तेरे मेरे बीच में 
गायक - लता मंगेशकर, एस.पी.बालासुब्रमणयम 


ओ, तेरे मेरे बीच में
कैसा है यह बन्धन अंजाना
मैंने नहीं जाना, तूने नहीं जाना
तेरे मेरे बीच में ...

एक डोर खींचे दूजा दौड़ा चला आए
कच्चे धागे में बंधा चला आए
ऐसे जैसे कोई ...
ऐसे जैसे कोई, दीवाना
मैंने नहीं जाना, तूने नहीं जाना
तेरे मेरे बीच में ...

एस पी:
हो हो आपड़िया
हा हा जैसे सब समझ गया

पहनूँगी मैं तेरे हाथों से कंगना
जाएगी मेरी डोली तेरे ही अंगना
चाहे कुछ कर ले ...
चाहे कुछ कर ले, ज़माना 
मैंने नहीं जाना, तूने नहीं जाना
तेरे मेरे बीच में ...


नी रोम्बा अड़गा इरुक्के
रम्बा? ये रम्बा\-मम्बा क्या है?

इतनी ज़ुबानें बोलें लोग हमजोली 
दुनिया में प्यार की एक है बोली
बोले जो शमा ...
बोले जो शमा, पर्वाना 
मैंने नहीं जाना, तूने नहीं जाना

परवा इल्लये नल्ला पादरा
क्या?

कैसा है यह बन्धन अंजाना
मैंने नहीं जाना, तूने नहीं जाना
तेरे मेरे बीच में ...

तेरे मेरे बीच में कैसा है ये बन्धन अन्जाना
मैं ने नहीं जाना, तू ने नहीं जाना

एक डोर खींचे दूजा दौड़ा चला आए
कच्चे धागे में बंधा चला आए
ऐसे जैसे कोई ...
ऐसे जैसे कोई, दीवाना
मैंने नहीं जाना, तूने नहीं जाना
तेरे मेरे बीच में ...

नींद न आये मुझे चैन न आये
लाख जतन कर रोक न पाये
सपनों में तेरा
ओ, सप्नों में तेरा आना जाना
मैं ने नहीं जाना, तू ने नहीं जाना
तेरे मेरे बीच में   ...

लम्हें (1991)

फिल्म : लम्हें
गाना -गुड़िया रानी बिटिया रानी...राजकुंवर जी आएंगे
संगीतकार -शिव हरी
गीतकार - आनंद बक्षी
गायक - लता मंगेशकर

गुड़िया रानी बिटिया रानी परियों की नगरी से एक दिन
राजकुंवर जी आएंगे महलों में ले जाएंगे
गुड़िया रानी बिटिया रानी ...

आगे पीछे घोड़े हाथी बीच में होंगे सौ बाराती
इतनी आज अकेली हो तुम तेरे कितने होंगे साथी
कितनी खुश हूँ मैं मेरी आँख में पानी
गुड़िया रानी बिटिया रानी ...

तू मेरी छोटी सी गुड़िया बन जाएगी जादू की पुड़िया
तुझपे आ जाएगी जवानी मैं तो हो जाऊंगी बुढ़िया
भूल ना जाना प्रीत पुरानी
गुड़िया रानी बिटिया रानी ...


गाना - मेघा रे मेघा...तेरा मन तरसा रे
गायक - लता मंगेशकर

मेघा रे मेघा
तेरा मन तरसा रे पानी क्यों बरसा रे
तूने किसको याद किया
तेरा मन तरसा रे ...

तेरे जैसा जी कुछ हाल है मेरा
काले बदरा कि मेरा कजरा खुला रे
मेरा किसने नाम लिया
हो नाम बता दे काम बता दे
क्या कोई काला क्या कोई गोरा
क्या कोई राजकुमरिया
रे बाहें छोड़ो हाँ हाँ

बागों में पड़ गए सावन के झूले
सावन के झूले सखी सावन के झूले
बागों में पड़ गए सावन के झूले
मेरी सखियां मेरी सखियां
ऐसी बतियां करें मेरी अंखियां झुकें
दइय्या रे दिल थाम लिया
मेरा दिल थाम लिया

मेरा मन तरसा रे पानी क्यों बरसा रे
तूने किसको याद किया

मेरा मन तरसा रे पानी क्यों बरसा
एक लम्हे के लिए याद किया


गाना - मेरी बिंदिया तेरी निंदिया न उड़ा दे तो कहना
गायक - लता मंगेशकर

मेरी बिंदिया तेरी निंदिया न उड़ा दे तो कहना
मेरा काजल तुझको पागल न बना दे तो कहना
ओह ओ मेरी बिंदिया ...

खनकेंगे खनखन जब मेरे कंगना
धड़केगा धकधक दिल तेरा सजना
मेरे झुमके तुमको तुमसे न चुरा लें तो कहना
ओह ओ मेरी बिंदिया ...

मैं पूरे सोलह सिंगार कर लूं
दर्पण से बातें दो चार कर लूं
मेरा गजरा तुमको भंवरा न बना दे तो कहना
ओह ओ मेरी बिंदिया ...

तेरी पसन्द अब मेरी पसन्द है
ये जान तेरी मुट्ठी में बन्द है
तू जो बोले मैं वह कर के न दिखा दूं तो कहना
मेरी बिंदिया ...

मेरे नयना मेरे कंगना
मेरी चुनरी ओ मेरी चोली
मेरा जोबन मेरा दर्पण
मेरी बिंदिया ...


गाना - मोहे छेड़ो न नन्द के लाला मैं हूँ ब्रजबाला 
गायक - लता मंगेशकर


ओ ओ ओ ओ
मोहे छेड़ो न
हो मोहे छेड़ो न नन्द के लाला
मैं हूँ ब्रजबाला
कि मैं नहीं राधा तेरी
मोहे छेड़ो न नन्द के लाला
नहीं मैं राधा तेरी
मोहे छेड़ो न ...

काहे पकड़ ली मेरी कलाई तेरी दुहाई ओ कृष्णा कन्हाई
हरजाई तू बंसरी वाला
कि मैं ब्रजबाला नहीं मैं राधा तेरी
मोहे छेड़ो न ...

राधा से होगी 
तेरी ठिठोली
आँख मिचौली तुम हमजोली
होली में मुझे क्यों रंग डाला
मैं हूँ ब्रजबाला नहीं मैं राधा तेरी
मोहे छेड़ो न ...


गाना - मोरनी बागा मा बोले आधी रात मा
गायक - लता मंगेशकर, इला अरुण 

मोरनी बागा मा बोले आधी रातमा 
छननछन चूड़ियां खनक गयी देख साहिबां 
चूड़ियां खनक गयी हाथ मा 

मैं तो लाज के मारे, हो गयी पानी पानी
सब लोगों ने सुन ली मेरी प्रेम कहानी 
मुँहसे बात निकल गयी बात बात मा, बात बात मा 
छननछन चूड़ियां खनक गयी देख साहिबां 

जाने कौन घड़ी मैं निकले साजन घरसे 
मैं घूँघट में जाऊं गयी कितने सावन बरसाए 
मेरी प्यास ना बुझी रे बरसात मा, बरसात मा 
छननछन चूड़ियां  खनक गयी देख सहिबां ...

सुनी सेज पे सैयाँ सारी रात मैं जागी
तेरे पीछे पीछे मेरी नींद तो भागी 
मेरा चैन भी गया रे तेरे साथ मा 
छननछन चूड़ियां  खनक गयी देख साहिबां ... 

ओ मेरा नेहरा छूटे रे माएरी छाती फूटे ढोल
ओ ढोला मत जा जा जा 
रे ढोला मत जा जा जा...



गाना - पंछी बादल प्रेमी के पागल हम कौन हैं साथिया
गायक - लता मंगेशकर, सुरेश वाडेकर 


पंछी बादल प्रेमी के पागल
हम कौन हैं साथिया
ओ याद नहीं भूल गया
पंछी बादल प्रेमी ...

हमको किसी की भी कोई ज़रूरत नहीं
दुनिया में इस प्यार से कुछ खूबसूरत नहीं
ले जाए जाने हमें ये तेज धारा कहां
हमको तो कोई ग़म नहीं डूबा किनारा कहां
है बहता पानी ये ज़िंदगानी इसका भरोसा है क्या
पंछी बादल प्रेमी ...

खोये रहें 
ढूंढे ज़माना हमें हम यूं ही खोए रहें
आ आ आ
अरमानों की सेज पे दिन रात सोए रहें
आओ ज़रा और भी नज़दीक हो जाएं हम
एक दूसरे की जवां बाहों में सो जाएं हम
सपने ही सपने बीच में अपने कोई नहीं दूसरा
पंछी बादल प्रेमी ...


गाना -  सपना मेरा सच हो गया..कभी मैं कहूं कभी तुम कहो
गायक - लता मंगेशकर, हरीहरन


सपना मेरा सच हो गया
कभी मैं कहूं कभी तुम कहो
कि मैने तुम्हें ये दिल दे दिया

कभी मैं सुनूं कभी तुम सुनो
कि मैने तुम्हें ये दिल दे दिया
कभी मैं कहूं कभी तुम ...

साथ साथ हम आस पास यूं बैठे रहें
एक दूसरे से यही कहते रहें
पास पास हम साथ साथ यूं बैठे रहें
एक दूसरे से यही कहते रहें
कभी मैं कहूं कभी तुम ...

चलते रहें उड़ते रहें हम बहते रहें
एक दूसरे से यही कहते रहें
कभी मैं कहूं कभी तुम ...

दर्द-ए-दिल दर्द-ए-जिगर हम सहते रहें
एक दूसरे से यही कहते रहें
कभी मैं कहूं कभी तुम ...


आशिकी (1990)

फिल्म - आशिकी (1990)
गाना - अब तेरे बिन
संगीतकार - नदीम-श्रवण
गीतकार - समीर
गायक - कुमार सानु


अब तेरे बिन, जी लेंगे हम
ज़हर ज़िन्दगी का, पी लेंगे हम
क्या हुआ, जो एक दिल टूट गया
अब तेरे बिन..

तेरी आशिक़ी भी, ये क्या रंग लाई
वफ़ा मैंने की, तूने की बेवफ़ाई
मेरी भूल थी मैं, ये क्या चाहता था
किसी बेवफ़ा से वफ़ा चाहता था
तू जाने क्या बेक़रारी
बेदर्द, बेमुरव्वत
जा संगदिल हसीना
देखी तेरी मुहब्बत
अब मैंने जाना तुझको बेरहम
अब तेरे बिन जी लेंगे हम

सनम तोड़ देता मुहब्बत के वादे
अगर जान जाता मैं तेरे इरादे
किसे मैंने चाहा, कहाँ दिल लगाया
मैं नादान था, कुछ समझ ही न पाया
मेरे आँसुओं के मोती
आँखों में बहता पानी
मेरे टूटे दिल के टुकड़े
तेरे प्यार की निशानी
कैसे मैं भूलूंगा तेरे सितम
अब तेरे बिन जी लेंगे हम
ज़हर आशिकी का पी लेंगे हम


गाना - साँसों की ज़रुरत है जैसे 
गायक - कुमार सानु

साँसों की ज़रूरत है जैसे, ज़िन्दगी के लिये
बस एक सनम चाहिये, आशिक़ी के लिये
जाम की ज़रूरत है जैसे, बेखुदी के लिये
हाँ एक सनम चाहिये, आशिक़ी के लिये
बस एक सनम चाहिये, आशिक़ी के लिये

वक़्त के हाथों में, सबकी तक़दीरें हैं
आईना झूठा है, सच्ची तसवीरें हैं
जहाँ दर्द है, वहीं गीत है
जहाँ प्यास है, वहीं मीत है
कोई ना जाने मगर जीने की यही रीत है
साज़ की ज़रूरत है जैसे, मौसिक़ी के लिये
बस एक सनम चाहिये, आशिक़ी के लिये

मंज़िलें हासिल हैं, फिर भी एक दूरी है
बिना हमराही के, ज़िन्दगी अधूरी है
मिलेगी कहीं, कोई रहगुज़र
तन्हाँ कटेगा, कैसे ये सफ़र
मेरे सपने हो जहाँ
ढून्ढूँ मैं ऐसी नज़र
चांद की ज़रूरत है जैसे, चांदनी के लिये
बस एक सनम चाहिये, आशिक़ी के लिये


गाना - दिल का आलम 
गायक - कुमार सानु

दिल का आलम, मैं क्या बताऊँ तुझे
एक चेहरे ने बहुत, प्यार से देखा मुझे
दिल का आलम, मैं क्या बताऊँ तुझे

वो मेरे सामने बैठी है मगर
उससे कुछ बात न हो पायी है
मैं इशारा भी अगर करता हूँ
इसमें हम दोनों की रुसवाई है
दिल का आलम, मैं क्या बताऊँ तुझे

वो तो होठों से कुछ भी कहती नहीं
उसके आँखों में एक कहानी है
उस कहानी में नाम है मेरा
मुझपे कुदरत की मेहरबानी है
दिल का आलम, मैं क्या बताऊँ तुझे
एक चेहरे ने बहुत, प्यार से देखा मुझे


गाना - जानम जान-ए-जां
गायक - कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल


जानम जान-ए-जां, जानम जान-ए-जहां

जान-ए-जिगर जान-ए-मन, मुझको है तेरी क़सम
तू जो मुझे ना मिली, मर जाऊँगा मैं सनम

रोकेगा हमको, अब क्या ज़माना
मरके हमें है, वादा निभाना
जान-ए-जिगर जान-ए-मन, मुझको है तेरी क़सम
तू जो मुझे ना मिली, मर जाऊँगा मैं सनम

मैं फूलों से, कलियों से, तारों से, तेरी मांग भर दूँगा
मैं साँसों की महकी बहारों को, तेरे नाम कर दूँगा
मैं प्यार तुझसे करती हूँ
दिन-रात आँहें भरती हूँ
आँहें भरती हूँ, आँहें भरती हूँ
जान-ए-जिगर जान-ए-मन, मुझको है तेरी क़सम
तू जो मुझे ना मिली, मर जाऊँगा मैं सनम

बिन तेरे गुज़रते हैं कैसे, मेरे दिन-रात ना पूछो
जो दिल में छुपी हैं, मेरे हमनशीं, वो बात ना पूछो
दो दिल जब धड़कते हैं
ऐसे ही तड़पते हैं
तड़पते हैं, तड़पते हैं
जान-ए-जिगर जान-ए-मन, मुझको है तेरी क़सम
तू जो मुझे ना मिली, मर जाऊँगा मैं सनम


गाना - तू मेरी ज़िन्दगी है
गायक - कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल

तू मेरी ज़िन्दगी है
तू मेरी हर ख़ुशी है
तू ही प्यार, तू ही चाहत
तू ही आशिकी है
तू मेरी ज़िन्दगी है…

पहली मोहब्बत का एहसास है तू
बुझके जो बुझ ना पाई, वो प्यास है तू
तू ही मेरी पहली ख्वाहिश, तू ही आखिरी है
तू मेरी ज़िन्दगी है
तू मेरी हर ख़ुशी है

हर ज़ख्म दिल का तुझे, दिल से दुआ दे
खुशियाँ तुझे, गम सारे मुझको खुदा दे
तुझको भुला ना पाया, मेरी बेबसी है
तू मेरी ज़िन्दगी है
तू मेरी हर ख़ुशी है


गाना - धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आना 
गायक - कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल

धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आना
धीरे धीरे से मेरे दिल को चुराना
तुमसे प्यार हमें कितना है जान-ए-जाना
तुमसे मिलकर तुमको है बताना

जबसे तुझको देखा दिल को कहीं आराम नहीं
मेरे होंठों पे इक तेरे सिवा कोई नाम नहीं
अपना भी हाल तुम्हारे जैसा है साजन
बस याद तुझे करती हूँ और कोई काम नहीं
बन गया हूँ मैं तेरा दीवाना
धीरे धीरे से दिल को चुराना…

तुने भी अक्सर मुझको जगाया रातों में
और नींद चुरायी मीठी-मीठी बातों में
तुने भी बेशक मुझे कितना तड़पाया
फिर भी तेरी हर एक अदा पे प्यार आया
आजा-आजा अब कैसा शर्माना
धीरे धीरे से दिल को चुराना…



गाना - नज़र के सामने 
गायक - कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल

नज़र के सामने, जिगर के पास
कोई रहता है, वो हो तुम

बेताबी क्या होती है, पूछो मेरे दिल से
तन्हाँ-तन्हाँ लौटा हूँ, मैं तो भरी महफ़िल से
मर ना जाऊं कहीं, हो के तुमसे जुदा
नज़र के सामने, जिगर के पास…

तन्हाईं जीने ना दे, बेचैनी तड़पाये
तुमको मैं ना देखूं तो, दिल मेरा घबराये
अब मुझे छोड़ के, दूर जाना नहीं
नज़र के सामने, जिगर के पास…



गाना - मैं दुनिया भुला दूंगा 
गायक - कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल

मैं दुनिया भुला दूँगा, तेरी चाहत में
ओ दुश्मन ज़माना, मुझे ना भुलाना
मैं खुद को मिटा दूँगा, तेरी चाहत में

मैं दुनिया भुला दूंगी, तेरी चाहत में
तेरा साथ छूटा, ये वादा जो टूटा
मैं खुद को मिटा दूंगी, तेरी चाहत में
मैं दुनिया भुला दूँगा, तेरी चाहत में

मेरी साँसें, तेरी खुशबू
मेरे दिल में, तेरी धड़कन
मेरी महफ़िल, तेरी बातें
मेरी आँखें, तेरा दर्पण
बिन तेरे कुछ भी नहीं मैं
मैं हर गम उठा लूंगी, तेरी चाहत में

मैं दुनिया भुला दूँगा…
सीने से, लग जा तू
मैं हूँ तेरा, दीवाना
मुझे तुझसे, मिलने से
रोकेगा, क्या ज़माना
छोडूंगा ना साथ तेरा
मैं सब कुछ लुटा दूँगा, तेरी चाहत में
मैं दुनिया भुला दूंगा…

और प्यार हो गया(1997)

फिल्म - और प्यार हो गया 
गाना - मेरी साँसों में बसा है...
संगीतकार - नुसरत फ़तेह अली खान 
गीतकार - जावेद अख्तर
गायक - उदित नारायण 

मेरी साँसों में बसा है तेरा ही इक नाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम
तू मेरे दिन में रातों में ख़ामोशी में बातों में
बादल के हाथों में भेजूं तुझको ये पयाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम

आँखों में तस्वीर है जैसे तू मेरी तक़दीर है जैसे
उस दिल से इस दिल तक आती धड़कन की ज़ंजीर है जैसे
ख्वाबों ख्वाबों तू मिले ना जाने क्या हैं सिलसिले
पलकों पर ये प्यार के ना जाने कितने गुल खिले
तेरे ख्वाब सजाते रहना अब है मेरा काम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम

फूलों पर शबनम की नमी है रंगों की महफ़िल सी जमी हैं
मैस्म भी मंज़र भी है कहते हैं बस तेरी कमी है
बागों में जो हम मिलें तो गायें सारी कोयलें
महके सारा ये समां हवाएं महकी सी चलें
तेरी खुश्बू से भर जाए कलियों के जाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम


गाना - इक दिन कहीं हम दो मिलें
गायक - रूप कुमार राठोड

इक दिन कहीं हम दो मिलें और तीसरा कोई न हो
बैठे रहें खोए रहें कुछ मैं कहूं कुछ तुम कहो

कभी मैं कहूं ज़रा सुन तो लो
कभी तुम कहो अब कह भी दो
कभी मैं कहूं तुम्हें नाज़नीं
कभी तुम कहो मुझे हमनशीं
कभी मैं कहूं सुनो महज़बीं
नहीं तुम बिन मुझको चैन कहीं
फिर तुम कहो कि तुम्हें है यक़ीं
फिर मैं कहूं कि मुझे प्यार है तुमसे

इक दिन कहीं हम दो मिलें और तीसरा कोई न हो
बैठे रहें खोए रहें कुछ मैं कहूं कुछ तुम कहो
कभी मैं कहूं ... मुझे प्यार है तुमसे
इक दिन कहीं हम दो मिलें और तीसरा कोई न हो

मौसम की बात राहों की बात मंज़िल की बात हो
फूलों की बात ख़ाबों की बात फिर दिल की बात हो
महकी सी हों तन्हाइयाँ आने लगें अंगड़ाइयाँ
धड़के ये दिल कांपे नज़र तुमको कभी छू लूं अगर
मैं ये कहूं कहता रहूं मुझे तुम बिन अब जीना ही नहीं
फिर तुम कहो तुम्हें है यक़ीं
फिर मैं कहूं कि मुझे प्यार है तुमसे
इक दिन कहीं हम दो मिलें और तीसरा कोई न हो

चंचल हवाएं आंचल उड़ाएं लेकिन मैं थाम लूं
समझो इशारा जब मैं तुम्हारा कोई भी नाम लूं
तुम्हें प्यार में कहता रहूं कभी चाँदनी कभी रागनी
कभी तुमको मैं कहूं गीत हो जीवन का तुम संगीत हो
मेरी प्रीत हो मनमीत हो तुम कहो तो दे दूं जान अभी
फिर तुम कहो कि तुम्हें है यक़ीं
फिर मैं कहूं कि मुझे प्यार है तुमसे
इक दिन कहीं हम दो मिलें और तीसरा कोई न हो
बैठे रहें खोए रहें कुछ मैं कहूं कुछ तुम कहो
कभी मैं कहूं ... मुझे प्यार है तुमसे
इक दिन कहीं हम दो मिलें और तीसरा कोई न हो



 गाना - जागी हुई फ़िज़ाएं हैं तेरे लिए मेरे लिए
गायक - उदित नारायण

जागी हुई फ़िज़ाएं हैं तेरे लिए मेरे लिए
गाती हुई हवाएं हैं तेरे लिए मेरे लिए
फूलों में ताजगी सी है राहों में रोशनी सी है
दिन में भी चाँदनी सी है मेरे सनम तेरे लिए मेरे लिए
जागी हुई फ़िज़ाएं हैं ...

लाई है कैसी खुशी
तेरे मेरे पहले प्यार में खोई खोई ज़िंदगी
कब ऐसा था समां कब थी दिलकशी
कलियों की चुनरी ढलकी है लहरों से मस्ती छलकी है
सपनों की दुनिया झलकी है मेरे सनम तेरे लिए मेरे लिए
जागी हुई फ़िज़ाएं हैं ...

सुनती हैं यह वादियां धीरे धीरे
हौले हौले कहते हैं दो दिल
है जैसे थम गया मौसम का कारवां
भंवरे जो गुनगुनाते हैं दिल के तार सनसनाते हैं
मेरे सनम तेरे लिए मेरे लिए
जागी हुई फ़िज़ाएं हैं ...


गाना -  कैसा ये प्यार है अल्लाह अल्लाह
गायक -  नुसरत फ़तेह अली खान ,कविता कृष्णमुर्ती

कोई जाने कोई न जाने ये परवाने होते हैं दीवाने
देखो ये दो परवाने हैं दोनों ही दीवाने
जब से मिली हैं आँखें होश हैं दोनों ही के गुम
कैसा खुमार है अल्लाह अल्लाह
कैसा ये प्यार है अल्लाह अल्लाह

दुनिया को हमने भुलाया जो तुमको है पाया
प्यार का नाज़ुक धागा हमें कहां ले आया
लेकिन सुना तो दुनिया में ये क्या अफ़साने हैं
कहते हैं दुनिया वाले के हम दीवाने हैं
दिल की बातें ये दिल ही जाने कब समझी हैं वे बातें दुनिया ने
तो फिर मशहूर है जो हमको मंज़ूर है वो
जब से मिली हैं आँखें होश हैं दोनों ही के गुम
कैसा ये इकरार है अल्लाह अल्लाह

देखो तो ये लगता है के आसान है मंज़िल
सोचो तो दिल कहता है कि आयेगी मुश्किल
देखना सोचना कैसा जो दिल ही दे डाला
लोगों ने तो है पहन ली प्रेम की ये माला दिल की
सुन ले ज़मीं सुन ले आसमां दोनों के प्यार की ये दास्तां
दोनों में है कैसी दीवानगी दोनों दीवाने चले हैं कहां
मन में उमंग लेकर तन में तरंग लेकर
छोड़ चले दोनों दुनियां की गलियां

यस बॉस (1997)

फिल्म - यस बॉस (1997)
गाना - एक दिन आप यूं हमको
संगीतकार - जतिन ललित
गीतकार - जावेद अख्तर
गायक - अभिजीत, अलका याग्निक

एक दिन आप यूं हमको मिल जाएंगे
फूल ही फूल राहों में खिल जाएंगे
मैंने सोचा न था
एक दिन ज़िंदगी इतनी होगी हसीं
झूमेगा आसमां, गाएगी ये ज़मीं
मैंने सोचा न था

दिल की डाली में कलियां खिलने लगीं
जब निगाहें निगाहों से मिलनें लगीं
एक दिन इस तरह होश खो जाएंगे
पास आएंगे मदहोश हो जाएंगे
मैंने सोचा न था
एक दिन आप यूं हमको मिल जाएंगे
फूल ही फूल राहों में खिल जाएंगे

जगमगाती सुबह जगमगाती रात है
रात है या सितारों की बारात है
एक दिन दिल की राहों में अपने लिए
जल उठेंगे मोहब्बत के इतने दीये
मैंने सोचा न था
एक दिन आप यूं हमको मिल जाएंगे
फूल ही फूल राहों में खिल जाएंगे


गाना - मैं कोई ऐसा गीत गाऊं
गायक - अभिजीत, अलका याग्निक

मैं कोई ऐसा गीत गाऊँ, कि आरजू जगाऊँ
अगर तुम कहो..
तुमको बुलाऊँ, कि पलके बिछाऊँ
कदम तुम जहाँ जहाँ रखो..
ज़मीं को आसमां बनाऊँ, सितारोँ से सजाऊँ
अगर तुम कहो....

मैं तितलियों के पीछे भागूं, मैं जुगनूओं के पीछे जाऊँ
ये रंग हैं वो रोशनी हैं, तुम्हारे पास दोनों लाऊँ
जितनी खूश्बूयें बाग में मिले..
मैं लाऊँ, वहां पे, के तुम हो जहाँ..
जहाँ पे एक पल भी ठहरूं, मैं गुलसितां बनाऊँ
अगर तुम कहो…

अगर कहो तो मैं सुनाऊँ, तुम्हें हंसी कहानियाँ
सुनोगे क्या मेरी जुबानी, तुम एक परी की दास्ताँ
या मैं करूँ, तुम से बयाँ, कि राजा, से रानी, मिली थी कहाँ
कहानियों के नगर में, तुम्हें ले के जाऊँ
अगर तुम कहो…


गाना - चाँद तारे तोड़ लाऊं
गायक -  अभिजीत

जो भी चाहूँ वो मैं पाऊँ, जिंदगी में जीत जाऊं
चाँद तारे तोड़ लाऊं, सारी दुनिया पर मैं छाऊँ
बस इतना सा ख्वाब है...

यार तू भी सुन ज़रा, आरजू मेरी है क्या
मैं क्या बन जाना चाहता हूँ
मैं कहाँ ख़राब हूँ, मैं तो लाजवाब हूँ
मैं ये मनवाना चाहता हूँ...
मान जा ऐ खुदा, इतनी सी है दुआ
मैं बन जाऊं सबसे बड़ा...
मेरे पीछे, मेरे आगे
हाथ जोड़े दुनिया भागे
बस इतना सा ख्वाब है…

शान से रहूँ सदा, मुझ पे लोग हों फ़िदा
हसीनाएं भी दिल हों खोती
दिल का ये कमल खिले, सोने का महल मिले
बरसने लगे हीरे मोती
मान जा ऐ खुदा, इतनी सी है दुआ
मैं ज्यादा नहीं मांगता
सारी दौलत, सारी ताकत
सारी दुनिया पर हुकूमत
बस इतना सा ख्वाब है…


गाना - सुनिये तो रुकिये तो क्यों हैं ख़फ़ा
गायक - अभिजीत

सुनिये तो, रुकिये तो, क्यों हैं ख़फ़ा, कहिये तो
ऐसी क्या जळी जाने की
दीवाना, हूँ माना, सुनिये दीवाने की

ये शाम का दिलकश मंज़र
ये साहिल और समंदर
कहते हैं आप ना जाएं
हम पर ये क़रम फ़रमायें
सुनिये तो, कहती हैं बलखाती लहरें
आप कुछ देर तो ठहरें   ...

इठलाती शोख़ हवाएं
भीगी रंगीन फ़िज़ाएं
जो आप को देखे जाएं
तो सीखे और अदाएं
सुनिये तो, ये ज़ुल्फ़ें जो देखे बादल
सारे बरस बरसे वो पागल   ..



गाना - चूड़ी बजी है कहीं दूर छन छन
गायक - अलका याज्ञिक, उदित नारायण

चूड़ी चोरी चोरी, कुच कहे
कंगना, क्यों हँसा, क्या पता, क्या हुआ

चूड़ी बजी है, कहीं दूर छन छन छन छन
कंगना बजा है, कहीं दूर खन खन खन खन
ये तेरा कजरा ये तेरा गजरा
लुटा दूँ आज इसपे तन मन धन
चूड़ी बजी है, कहीं दूर छन छन छन छन

गिन गिन तारे रात गुज़ारूँ
दिन दिन भर मैं, तुझे पुकारूँ
साँवरे....
गिन गिन तारे रात गुज़ारूँ
दिन दिन भर मैं, तुझे पुकारूँ
गूँजती है पवन, जैसे सन सन सन सन सन
चूड़ी बजी है, कहीं दूर छन छन छन छन

खिलते खिलते गुल खिलते हैं
मिलते मिलते दिल मिलते हैं
गोरिया...
खिलते खिलते गुल खिलते हैं
मिलते मिलते दिल मिलते हैं
दिल मिले तो बजे, साज़ झन झन झन झन झन
चूड़ी बजी है, कहीं दूर छन छन छन छन


जींस

गाना - कोलंबस कोलंबस
फिल्म - जींस
संगीतकार - ए. आर. रहमान
गीतकार - जावेद अख्तर
गायक -सोनु निगम

कोलम्बस कोलम्बस छुट्टीइ है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
कोलम्बस कोलम्बस छुट्टीइ है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
छुट्टी छुट्टी छुट्टी कोई लहर दिल में उट्ठी


ऐसी जगह दिल कहता है चलो
दुनिया की कोई बुराई जहाँ न हो
फ़ौजी तैयारी जंग और लड़ाई
भूख और बीमारी गंदी राजनीती
इन सबसे दूर कहीं तो होगी हँसती-गाती ज़िंदगी

कोलम्बस कोलम्बस...

मेहनत हमने पाँच दिनों की
पाई तब है दो दिन की छुट्टी
आओ ख़ुशी से झूमें हवाओं की तरह घूमें
कलियों को हम चूमें लहरों से खेलें
बचपन में लौट जायें पँख लगा के
उड़ना सीखें इस अम्बर की सैर करें
परदेसी हैं पंछी बन के नगर-नगर की सैर करें
फिर दरिया की ओर जायें ऊँची-नीची मौज आये
ऐसे झूले झुलायें आये नींद हमें


कोलम्बस कोलम्बस छुट्टीइ है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
छुट्टी छुट्टी छुट्टी कोई लहर दिल में उट्ठी


देखो जो कोई लड़की प्यारी
अपनी इन आँखों में तुम उसके सपने रख लो
सागर की लहरों की साड़ी उसको पहनाओ
अम्बर के तारों के बुंदे उसको बनवाओ
उसको भी प्यार से ख़ुद से कहते रहो
प्यारा ये ख़ाब है दो दिन तो देख लो
ख़ाबों में ही दो दिन रहो

कोलम्बस कोलम्बस छुट्टीइ है आई
आओ कोई नया मुल्क ढूँढें चल के भाई
छुट्टी छुट्टी छुट्टी कोई लहर दिल में उट्ठी




गाना - कहने को दादी लेकिन सहेली दादी हो तो ऐसी 
गायक - सोनु निगम, कविता पौडवाल, सुखविंदर सिंह


कहने को दादी लेकिन सहेली दादी हो तो ऐसी
संग-संग ये गाये संग-संग ये नाचे देखो तो है कैसी

तुमसे मुझे लोरी मिली गोदी मिली प्यार मिला
मेरे लिये बचपन में तुमने भला क्या ना किया
पर दादी ओ स्वीटी अब तक हो ब्यूटी 
कहने को दादी लेकिन सहेली दादी हो तो ऐसी

संग-संग ये गाये संग-संग ये नाचे देखो तो है कैसी
जींस अगर पहनों तो होंठों पर लिपस्टिक हो
बालों में खिज़ाब आये तो फिर से शबब आये
ये अरे वाह रे ये तमाशे हो गई क्या मैं बदल के
क्लिंटन को मैं फ़ोन लगा दूँ तुम कह देना आई लव यु
क्यूं ठीक है ना
कह देना कि दिल देखा तो मिस वर्ल्ड मैं ही हूँ
ओह यस..
कहने को दादी लेकिन सहेली दादी हो तो ऐसी
संग-संग ये गाये संग\-संग ये नाचे देखो तो है कैसी

कंप्यूटर गाये तो तुम कत्थक नाच करो
डिस्को में जाओ तो होंठों पर भैरवी हो
साहिल पर तुम जाओ तो बिकनी भी पहनो
डिज्नीलैंड के गेट पे जा के दादी बनाओ एक रंगोली प्यारी सी
और मैं बेचूं वहां सड़क पर भजिये पाव मेदु बड़े
ओह यस..
कहने को दादी लेकिन सहेली दादी हो तो ऐसी
संग-संग ये गाये संग\-संग ये नाचे देखो तो है कैसी
तुमसे मुझे लोरी मिली गोदी मिली प्यार मिला
मेरे लिये बचपन में तुमने भला क्या न किया



गाना -  कहता है मेरा ये दिल पिया कोई है कोई है ही नहीं
गायक - कविता कृष्णमुर्ती


कहता है मेरा ये दिल पिया कोई है कोई है ही नहीं
काया है तू छाया हूँ मैं तू न हो तो मैं भी नहीं
तू न हो तो मैं भी नहीं
चूड़ी जो खनके तो कहतें हैं खन-खन
घुँघरू जो छनके तो कहते हैं छन-छन
खन-खन हो य फिर छन-छन हो
मतलब इनका है जब तक हों दो
मैं भी हूँ तब तक जब तक तुम हो
जो सच है वो तुम मान ही लो
सुबह के पल या शाम के हों दिन तो सारा एक हि है
दो आँखों से देखें हम फिर भी नज़ारा एक ही है
दिल हैं दो लेकिन सनम प्यार की धारा एक ही है
कहता है मेरा ये दिल पिया कोई है कोई है ही नहीं
कोई है कोई है ही नहीं


सुनी कहानी है ये पुरानी हंसों का राजा हंसों की रानी
फिरते हैं एक संग हर पल ही
नैन में जब एक नीर भर आये जुड़वाँ आँख भी नीर बहाये
प्यार की हो मन में जल थल भी
कहने को दो जिस्म सही लेकिन बस इक जान हैं हम
कहने को हम दो सपनें हैं लेकिन इक अरमान हैं हम
इतना प्यार हुआ कैसे सोच के ख़ुद हैरान हैं हम
कहता है मेरा ये दिल पिया 
कहता है मेरा ये दिल पिया कोई है कोई है ही नहीं
कोई है कोई है ही नहीं

काया है तू छाया हूँ मैं तू न हो तो मैं भी नहीं
तू न हो तो मैं भी नहीं


गाना - हाय रे हाय रे हाय रब्बा
गायक -उदित नारायण, कविता कृष्णमुर्ती

मेरी हो ना कहो तो हूँ ना
तो फिर से कहो ना
मधुमिता मधुमिता मधुमिता
हाय रे हाय रे हाय रब्बा 

जीता-जागता ताजमहल मेरा है ना
हँसता-बोलता है जो कँवल मेरा है ना
हाय रे हाय रे हाय रब्बा
पूरे चाँद सी जिसकी शकल मेरी है ना
वो जो है एक पूरी ग़ज़ल मेरी है ना
प्यार जो मचले इस दिल में रंग आ जाये महफ़िल में
तू जो पिघले लहज़े में बोले छू लूं तेरे होंठों के शोले
प्यार पा के गीत गा के कहूँ दिल में जो हैं बातें प्यार की
हाय रे हाय रे हाय रब्बा
हाय रे हाय रे हाय रब्बा
जीता-जागता ताजमहल मेरा है ना
हँसता-बोलता है जो कँवल मेरा है ना

आओ नई दुनिया में घूमें आओ नई दुनिया देखें
परबत-परबत देखें दोनों और दरिया-दरिया देखें
हम यूँ रहें इस प्यार में लैला-मजनूँ अपने ही जैसा कहें हमें
वजह न पूछो बस इतना मानो कि दिल में ऐसे ख़याल को निकाल दो निकाल दो
न ये ज़माना कहे दिवाना मेरी सुनो अपने हाल को सम्भाल लो सम्भाल लो
क्यूँ सम्भालें हम दिल को पायेंगे हम मन्ज़िल को
क्यूँ ऐ सनम ऐसे डरें क्यूँ वो करें जो दिल ही ना माने
हाय रे हाय रे हाय रब्बा 
जीता-जागता ताजमहल मेरा है ना
हँसता-बोलता है जो कँवल मेरा है ना
हाय रे हाय रे हाय रब्बा

महकी हवायें पास जो आयें कानों में गायें आई लव यु 
पेड़ों के पंछी गीत सुनायें और ये जतायें आई लव यु 
जब ये कहा तुमने सनम हर जनम मैंने सपना जो देखा तो पूरा हुआ
ये फूलों की है आरज़ोओ की बालों में सजा ले तू इसीलिये तो हैं खिले
ये मोतियों सी बारिशें लिये हुये हैं ख़्वाहिशें कि चूम लें जो तू मिले
दिल की धड़कन थम जाये साँस भी चाहें ना आये
फिर भी जियूं पर जानें क्यूं तुम बिन जिया नही जाये
हाय रे हाय रे हाय रब्बा 
जीता-जागता ताजमहल मेरा है ना
हँसता-बोलता है जो कँवल मेरा है ना
हाय रे हाय रे हाय रब्बा
पूरे चाँद सी जिसकी शकल मेरी है ना
वो जो है एक पूरी ग़ज़ल मेरी है ना
प्यार जो मचले इस दिल में रंग आ जाये महफ़िल में
तू जो पिघले लहज़े में बोले छू लूँ तेरे होंठों के शोले
प्यार पा के गीत गा के कहूँ दिल में जो हैं बातें प्यार की
हाय रे हाय रे हाय रब्बा 




गाना - फूलों में जो ख़ुश्बू है कैसे वो आती है अजूबा 
गायक - हरीहरन, साधना सरगम 



फूलों में जो ख़ुश्बू है कैसे वो आती है अजूबा
तितली कहाँ से ये सारे रंग लाती है अजूबा
हवा को बाँसुरी बनाती है संगीत कैसे अजूबा
कोयल ने सीखे हैं इतने प्यारे गीत कैसे अजूबा
हैं ये अजूबे लेकिन इक और अजूबा है
धरती से अम्बर से परबत से सागर से
हमने सुना प्यार अजूबा है

पहली नज़र में ही जो दो दिलों में हो
हर वो क़रार अजूबा है ओ
फूलों से जो ख़ुश्बू आये अजूबा है
तितली जो सारे रंग लाये अजूबा है
बाँसुरी का ये संगीत अजूबा है
कोयल जो गाती है गीत अजूबा है
ये भी हैराँ हैं ऐसा भी एक अजूबा है

डाली में महक होती ही नहीं कलियों में महक आ जाती है
ये भी अजूबा ही है
सागर से घटा जो उठती है मीठा पानी बरसाती है
ये भी अजूबा ही है
जंगल में जुगनू को देखो तो ये सोचो
ये रोशनी इस में आई कैसे
तन में जो है जाँ वो किस तरह है
मन में हैं अरमाँ वो किस तरह हैं
कह भी दो ये भी तो कोई अजूबा है
धरती से अम्बर से परबत से सागर से
हमने सुना प्यार अजूबा है
पहली नज़र में ही जो दो दिलों में हो
हर वो क़रार अजूबा है ओ

फूलों से जो ख़ुश्बू आये अजूबा है
तितली जो सारे रंग लाये अजूबा है
बाँसुरी का ये संगीत अजूबा है
कोयल जो गाती है गीत अजूबा है
ये भी हैराँ हैं ऐसा भी एक अजूबा है
अजूबा अजूबा अजूबा अजूबा अजूबा अजूबा 

कहने को सात अजूबे हैं पर शायद लोग ये भूले हैं
एक और अजूबा भी है
रेशम-रेशम चंदन-चंदन तेरा महका-महका ये बदन
कोई अजूबा ही है
आँखों के नीले दर्पन होंठों का ये भीगापन
ये रूप तेरा अजूबा ही तो है
बाँहों की गर्मी ये भी अजूबा है
हाथों की नर्मी ये भी अजूबा है
ये चमन सा बदन कोई अजूबा है
धरती से अम्बर से परबत से सागर से
हमने सुना प्यार अजूबा है
पहली नज़र में ही जो दो दिलों में हो
हर वो क़रार अजूबा है ओ

फूलों से जो ख़ुश्बू आये अजूबा है
तितली जो सारे रंग लाये अजूबा है
बाँसुरी का ये संगीत अजूबा है
कोयल जो गाती है गीत अजूबा है
ये भी हैराँ हैं ऐसा भी एक अजूबा है


सुराग - गुलाम अली



ग़ज़ल - हसरत मोहनी

ख़ूब-रूयों से यारियाँ न गईं
दिल की बे-इख़्तियारियाँ न गईं

अक्ल सब्र-आशना से कुछ न हुआ
शौक़ की बेकरारियाँ न गईं

दिन की सेहरा-नवर्दियाँ न छुटीं
शब की अख़्तर-शुमारियाँ न गईं

थे जो हमरंग-ए-नाज़ उनके सितम
जिनकी उम्मीदवरियाँ न गईं

तर्ज़-ए-मोमिन में मरहबा 'हसरत'
तेरी रंगी-निगारियाँ न गईं




तेरी बातें ही सुनाने आये
दोस्त भी दिल ही दुखाने आये

फूल खिलते हैं तो हम सोचते हैं
तेरे आने के ज़माने आये

क्या कहीं फिर कोई बस्ती उजड़ी
लोग क्यूँ जश्न मनाने आये

सो रहो मौत के पहलू में 'फ़राज़'
नींद किस वक़्त न जाने आये



ग़ज़ल - हफीज होशियारपुरी 

तमाम उम्र तेरा इंतज़ार हमने किया
इस इंतज़ार में किस किससे प्यार हमने किया

कोई मिलता है तो अब अपना पता पूछता हूँ
मैं तेरी खोज में तुझसे भी परे जा निकला

तोड़ कर देख लिया आईना-ए-दिल तूने
तेरी सूरत के सिवा और बता क्या निकला

तलाश-ए-दोस्त को इक उम्र चाहिये ऐ दोस्त
के एक उम्र तेरा इंतज़ार हमने किया

दबा के कब्र में सब चल दिये दुआ न सलाम
ज़रा सी देर में क्या हो गया ज़माने को

'क़मर' ज़रा भी नहीं तुझको ख़ौफ़-ए-रुस्वाई
के चाँदनी में चले हो उन्हें मनाने को

तेरे ख़याल में दिल शादमा रहा बरसों
तेरे हुज़ूर इसे सोगवार हमने किया

ये तिश्नगी है के उनसे क़रीब रह कर भी
'हफ़ीज़' याद उन्हें बार बार हमने किया



ग़ज़ल - इब्ने इंशा 

ये बातें झूठी बातें हैं, ये लोगों ने फैलाई हैं
तुम इंशा जी का नाम न लो, क्या इंशा जी सौदाई हैं?

हैं लाखों रोग ज़माने में, क्यों इश्क़ है रुसवा बेचारा
हैं और भी वजहें वहशत की, इन्सान को रखतीं दुखियारा

हाँ बेकल-बेकल रहता है, हो प्रीत में जिसने दिल हारा
पर शाम से लेके सुबह तलक, यूँ कौन फिरे है आवारा

ये बातें झूठी बातें हैं, ये लोगों ने फैलाई हैं
तुम इंशा जी का नाम न लो, क्या इंशा जी सौदाई हैं?

गर इश्क़ किया है तब क्या है, क्यूँ शाद नहीं आबाद नहीं
जो जान लिये बिन टल ना सके, ये ऐसी भी उफ़ताद[3] नहीं

ये बात तो तुम भी मानोगे, वो क़ैस नहीं फ़रहाद नहीं
क्या हिज्र का दारू मुश्किल है, क्या वस्ल के नुस्ख़े याद नहीं

ये बातें झूठी बातें हैं, ये लोगों ने फैलाई हैं
तुम इंशा जी का नाम न लो, क्या इंशा जी सौदाई हैं

जो हमसे कहो हम करते हैं, क्या इंशा को समझाना है
उस लड़की से भी कह लेंगे, गो अब कुछ और ज़माना है

या छोड़ें या तकमील करें, ये इश्क़ है या अफ़साना है
ये कैसा गोरख धंधा है, ये कैसा ताना बाना है

ये बातें झूठी बातें हैं, ये लोगों ने फैलाई हैं
तुम इंशा जी का नाम न लो, क्या इंशा जी सौदाई हैं