आशिकी (1990)

फिल्म - आशिकी (1990)
गाना - अब तेरे बिन
संगीतकार - नदीम-श्रवण
गीतकार - समीर
गायक - कुमार सानु


अब तेरे बिन, जी लेंगे हम
ज़हर ज़िन्दगी का, पी लेंगे हम
क्या हुआ, जो एक दिल टूट गया
अब तेरे बिन..

तेरी आशिक़ी भी, ये क्या रंग लाई
वफ़ा मैंने की, तूने की बेवफ़ाई
मेरी भूल थी मैं, ये क्या चाहता था
किसी बेवफ़ा से वफ़ा चाहता था
तू जाने क्या बेक़रारी
बेदर्द, बेमुरव्वत
जा संगदिल हसीना
देखी तेरी मुहब्बत
अब मैंने जाना तुझको बेरहम
अब तेरे बिन जी लेंगे हम

सनम तोड़ देता मुहब्बत के वादे
अगर जान जाता मैं तेरे इरादे
किसे मैंने चाहा, कहाँ दिल लगाया
मैं नादान था, कुछ समझ ही न पाया
मेरे आँसुओं के मोती
आँखों में बहता पानी
मेरे टूटे दिल के टुकड़े
तेरे प्यार की निशानी
कैसे मैं भूलूंगा तेरे सितम
अब तेरे बिन जी लेंगे हम
ज़हर आशिकी का पी लेंगे हम


गाना - साँसों की ज़रुरत है जैसे 
गायक - कुमार सानु

साँसों की ज़रूरत है जैसे, ज़िन्दगी के लिये
बस एक सनम चाहिये, आशिक़ी के लिये
जाम की ज़रूरत है जैसे, बेखुदी के लिये
हाँ एक सनम चाहिये, आशिक़ी के लिये
बस एक सनम चाहिये, आशिक़ी के लिये

वक़्त के हाथों में, सबकी तक़दीरें हैं
आईना झूठा है, सच्ची तसवीरें हैं
जहाँ दर्द है, वहीं गीत है
जहाँ प्यास है, वहीं मीत है
कोई ना जाने मगर जीने की यही रीत है
साज़ की ज़रूरत है जैसे, मौसिक़ी के लिये
बस एक सनम चाहिये, आशिक़ी के लिये

मंज़िलें हासिल हैं, फिर भी एक दूरी है
बिना हमराही के, ज़िन्दगी अधूरी है
मिलेगी कहीं, कोई रहगुज़र
तन्हाँ कटेगा, कैसे ये सफ़र
मेरे सपने हो जहाँ
ढून्ढूँ मैं ऐसी नज़र
चांद की ज़रूरत है जैसे, चांदनी के लिये
बस एक सनम चाहिये, आशिक़ी के लिये


गाना - दिल का आलम 
गायक - कुमार सानु

दिल का आलम, मैं क्या बताऊँ तुझे
एक चेहरे ने बहुत, प्यार से देखा मुझे
दिल का आलम, मैं क्या बताऊँ तुझे

वो मेरे सामने बैठी है मगर
उससे कुछ बात न हो पायी है
मैं इशारा भी अगर करता हूँ
इसमें हम दोनों की रुसवाई है
दिल का आलम, मैं क्या बताऊँ तुझे

वो तो होठों से कुछ भी कहती नहीं
उसके आँखों में एक कहानी है
उस कहानी में नाम है मेरा
मुझपे कुदरत की मेहरबानी है
दिल का आलम, मैं क्या बताऊँ तुझे
एक चेहरे ने बहुत, प्यार से देखा मुझे


गाना - जानम जान-ए-जां
गायक - कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल


जानम जान-ए-जां, जानम जान-ए-जहां

जान-ए-जिगर जान-ए-मन, मुझको है तेरी क़सम
तू जो मुझे ना मिली, मर जाऊँगा मैं सनम

रोकेगा हमको, अब क्या ज़माना
मरके हमें है, वादा निभाना
जान-ए-जिगर जान-ए-मन, मुझको है तेरी क़सम
तू जो मुझे ना मिली, मर जाऊँगा मैं सनम

मैं फूलों से, कलियों से, तारों से, तेरी मांग भर दूँगा
मैं साँसों की महकी बहारों को, तेरे नाम कर दूँगा
मैं प्यार तुझसे करती हूँ
दिन-रात आँहें भरती हूँ
आँहें भरती हूँ, आँहें भरती हूँ
जान-ए-जिगर जान-ए-मन, मुझको है तेरी क़सम
तू जो मुझे ना मिली, मर जाऊँगा मैं सनम

बिन तेरे गुज़रते हैं कैसे, मेरे दिन-रात ना पूछो
जो दिल में छुपी हैं, मेरे हमनशीं, वो बात ना पूछो
दो दिल जब धड़कते हैं
ऐसे ही तड़पते हैं
तड़पते हैं, तड़पते हैं
जान-ए-जिगर जान-ए-मन, मुझको है तेरी क़सम
तू जो मुझे ना मिली, मर जाऊँगा मैं सनम


गाना - तू मेरी ज़िन्दगी है
गायक - कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल

तू मेरी ज़िन्दगी है
तू मेरी हर ख़ुशी है
तू ही प्यार, तू ही चाहत
तू ही आशिकी है
तू मेरी ज़िन्दगी है…

पहली मोहब्बत का एहसास है तू
बुझके जो बुझ ना पाई, वो प्यास है तू
तू ही मेरी पहली ख्वाहिश, तू ही आखिरी है
तू मेरी ज़िन्दगी है
तू मेरी हर ख़ुशी है

हर ज़ख्म दिल का तुझे, दिल से दुआ दे
खुशियाँ तुझे, गम सारे मुझको खुदा दे
तुझको भुला ना पाया, मेरी बेबसी है
तू मेरी ज़िन्दगी है
तू मेरी हर ख़ुशी है


गाना - धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आना 
गायक - कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल

धीरे धीरे से मेरी ज़िन्दगी में आना
धीरे धीरे से मेरे दिल को चुराना
तुमसे प्यार हमें कितना है जान-ए-जाना
तुमसे मिलकर तुमको है बताना

जबसे तुझको देखा दिल को कहीं आराम नहीं
मेरे होंठों पे इक तेरे सिवा कोई नाम नहीं
अपना भी हाल तुम्हारे जैसा है साजन
बस याद तुझे करती हूँ और कोई काम नहीं
बन गया हूँ मैं तेरा दीवाना
धीरे धीरे से दिल को चुराना…

तुने भी अक्सर मुझको जगाया रातों में
और नींद चुरायी मीठी-मीठी बातों में
तुने भी बेशक मुझे कितना तड़पाया
फिर भी तेरी हर एक अदा पे प्यार आया
आजा-आजा अब कैसा शर्माना
धीरे धीरे से दिल को चुराना…



गाना - नज़र के सामने 
गायक - कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल

नज़र के सामने, जिगर के पास
कोई रहता है, वो हो तुम

बेताबी क्या होती है, पूछो मेरे दिल से
तन्हाँ-तन्हाँ लौटा हूँ, मैं तो भरी महफ़िल से
मर ना जाऊं कहीं, हो के तुमसे जुदा
नज़र के सामने, जिगर के पास…

तन्हाईं जीने ना दे, बेचैनी तड़पाये
तुमको मैं ना देखूं तो, दिल मेरा घबराये
अब मुझे छोड़ के, दूर जाना नहीं
नज़र के सामने, जिगर के पास…



गाना - मैं दुनिया भुला दूंगा 
गायक - कुमार सानु, अनुराधा पौडवाल

मैं दुनिया भुला दूँगा, तेरी चाहत में
ओ दुश्मन ज़माना, मुझे ना भुलाना
मैं खुद को मिटा दूँगा, तेरी चाहत में

मैं दुनिया भुला दूंगी, तेरी चाहत में
तेरा साथ छूटा, ये वादा जो टूटा
मैं खुद को मिटा दूंगी, तेरी चाहत में
मैं दुनिया भुला दूँगा, तेरी चाहत में

मेरी साँसें, तेरी खुशबू
मेरे दिल में, तेरी धड़कन
मेरी महफ़िल, तेरी बातें
मेरी आँखें, तेरा दर्पण
बिन तेरे कुछ भी नहीं मैं
मैं हर गम उठा लूंगी, तेरी चाहत में

मैं दुनिया भुला दूँगा…
सीने से, लग जा तू
मैं हूँ तेरा, दीवाना
मुझे तुझसे, मिलने से
रोकेगा, क्या ज़माना
छोडूंगा ना साथ तेरा
मैं सब कुछ लुटा दूँगा, तेरी चाहत में
मैं दुनिया भुला दूंगा…

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