फिल्म - जुनिनियत
गाना - जुनुनियत
संगीतकार - मीत ब्रोस
गीतकार - कुमार
गायक - फलक शबीर
पलकें जीये कैसे आँखों बिना
मुमकिन है क्या ये ओ मेरे ख़ुदा
क्यूँ सांस लूं बस यूँ ही बेवजह
रिहा कर मुझे मेरे दर्दों से ज़रा
दिल जो इबादत करे इश्क की
तो मरके भी जिंदा रहे आशिकी
जुनूनियत है यही ..
जुनूनियत है यही ..
मुमकिन है क्या ये ओ मेरे ख़ुदा
क्यूँ सांस लूं बस यूँ ही बेवजह
रिहा कर मुझे मेरे दर्दों से ज़रा
दिल जो इबादत करे इश्क की
तो मरके भी जिंदा रहे आशिकी
जुनूनियत है यही ..
जुनूनियत है यही ..
तू नहीं तो लग रहे हैं
रात जैसे दिन
आँखों के हैं मौसम है भीगे
आज तेरे बिन
तू जुदा तो
रुक गयी है सांसें कहीं
आँखों से बिछड़ी लकीरें
कह रही है बस यही
दिल जो इबादत करे इश्क की
तो मरके भी जिंदा रहे आशिक़ी
जुनूनियत है यही ..
जुनूनियत है यही ..
यद् तेरी मिल रही है
मुझको हर इक मोड़ पे
दिल को धड़कन धीरे धीरे
जा रही है छोड़ के
तुझको फिर से कर लूं हासिल
है ये ख्वाहिश आखिरी
ना मिले तो मैं ख़ुदा की
छोड़ दूंगा बंदगी
दिल जो इबादत करे इश्क की
तो मरके भी जिंदा रहे आशिक़ी
जुनूनियत है यही ..
जुनूनियत है यही ..
फिल्म - जुनिनियत
गाना - मुझको बरसात बना लो
संगीतकार - जीत गांगुली
गीतकार - रश्मि विराग
गायक - अरमान मालिक
गाना - मुझको बरसात बना लो
संगीतकार - जीत गांगुली
गीतकार - रश्मि विराग
गायक - अरमान मालिक
मुझको बरसात बना लो
इक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
मुझको अल्फाज़ बना लो
दिल की आवाज़ बना लो
गहरा सा राज़ बना लो जाना
नशा हूँ मैं बहकने दो
मेरे कातिल मुझे जीने का हक़ तो दो
मुझको बरसात बना लो
इक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
तेरे संग गुजर जाए
ये उम्र जो बाकी है
बस दो नज़र आँखों के
काहे की उदासी है
सुबह हूँ मैं आने दो
मेरे कातिल मुझे जीने का हक़ तो दो
मुझको बरसात बना लो
इक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
इक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
मुझको अल्फाज़ बना लो
दिल की आवाज़ बना लो
गहरा सा राज़ बना लो जाना
नशा हूँ मैं बहकने दो
मेरे कातिल मुझे जीने का हक़ तो दो
मुझको बरसात बना लो
इक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
तेरे संग गुजर जाए
ये उम्र जो बाकी है
बस दो नज़र आँखों के
काहे की उदासी है
सुबह हूँ मैं आने दो
मेरे कातिल मुझे जीने का हक़ तो दो
मुझको बरसात बना लो
इक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
मुझको बरसात बना लो
इक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
इक लम्बी रात बना लो
अपने जज़्बात बना लो जाना
फिल्म - जुनिनियत
गाना - इश्क की लत तड़पावे
गाना - इश्क की लत तड़पावे
संगीतकार - अंकित तिवारी
गीतकार - मनोज मुन्तशिर
गायक - अंकित तिवारी, तुलसी कुमार
गीतकार - मनोज मुन्तशिर
गायक - अंकित तिवारी, तुलसी कुमार
बेतहाशा तू याद आता है
जाने क्या होना है तेरे मेरे दरमियाँ
मुझसे ही मुझको तू चुराता है
जाने क्या होना है तेरे मेरे दरमियाँ
इश्के दी लत तडपावे
दिल ना लगे जब दिल लग जावे
इश्के दी लत तडपावे
दिल ना लगे जब दिल लग जावे
क्यूँ चाँद से हो जोड़े उमीदें
इक दुसरे से आ रौशनी लें
क्यूँ हम अलग यूँ लेते हैं सांसें
इक सांस में ही आ दोनों जी लें
ऐसे मिले फिर ना हो जुदा
इश्के दी लत तडपावे
दिल न लगे जब दिल लग जावे
इश्के दी लत तडपावे
दिल न लगे जब दिल लग जावे
जाने क्या होना है तेरे मेरे दरमियाँ
मुझसे ही मुझको तू चुराता है
जाने क्या होना है तेरे मेरे दरमियाँ
इश्के दी लत तडपावे
दिल ना लगे जब दिल लग जावे
इश्के दी लत तडपावे
दिल ना लगे जब दिल लग जावे
क्यूँ चाँद से हो जोड़े उमीदें
इक दुसरे से आ रौशनी लें
क्यूँ हम अलग यूँ लेते हैं सांसें
इक सांस में ही आ दोनों जी लें
ऐसे मिले फिर ना हो जुदा
इश्के दी लत तडपावे
दिल न लगे जब दिल लग जावे
इश्के दी लत तडपावे
दिल न लगे जब दिल लग जावे
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