फिल्म - मदारी
गाना - डमा डम डम
संगीतकार - पविशाल ददलानी
गीतकार - इरशाद कामिल
गायक - विशाल ददलानी
डमा डम डम
डमा डम डम
डमा डम डम डम डू
डमा डम डम डम डू
ओये दिल की बातें दिल ही जाने
उलझ गए हैं ताने बाने
चल अब ठेके या फिर थाने तू
डमा डम डम
डमा डम डम
डमा डम डम डम डू
डमा डम डम डम डू
अरे सच सड़कों पे नंगा नाचे
डमा डम डम
डमा डम डम डम डू
डमा डम डम डम डू
अरे सच सड़कों पे नंगा नाचे
झूठ कहे दिल्ली के खांचे
सुन ले ओ महबूबा के चाचू
डमा डम डम
डमा डम डम
डमा डम डम डम डू
डमा डम डम डम डू
ए अनपढ़ बैठा शिक्षा बांटे
डमा डम डम
डमा डम डम डम डू
डमा डम डम डम डू
ए अनपढ़ बैठा शिक्षा बांटे
धर्म दिलों में बोये कांटे
रोटी मांगों मिलते चांटे रे
बैठ बैठ संतों की गोदी
बिना तेल के जनता धो दी
दिल्ली बैठा बड़ा विरोधी रे
अरे जनता के संग वही झोल है
पिछवाड़े में वही पोल है
बहुमत झूठा नाप तोल है रे
आनी बानी धानी रानी
इन सबने है मिलकर ठानी
बेच के भारत माँ खा जानी रे
डमा डम डम
डमा डम डम
डमा डम डम डम डू
डमा डम डम डम डू
ओये दिल की बातें दि
ल ही जाने
ल ही जाने
उलझ गए हैं ताने बाने
चल अब ठेके या फिर थाने तू
दमा दमा दम
दमा दमा दम
दमा दमा दम दम दू
अरे सच सड़कों पे नंगा नाचे
दमा दमा दम
दमा दमा दम दम दू
दमा दमा दम दम दू
झूठ कहे दिल्ली के खांचे
सुनले ओ महबूबा के चाचू
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